टीकमगढ़. मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में बिजली चोरी के कई मामले सामने आए हैं. गर्मी के मौसम में लगातार बढ़ती खपत के बावजूद बिल रीडिंग कम आने पर विभाग को शक हुआ, तो छापेमारी शुरू की गई. इस दौरान कई घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई. अधिकारियों ने सभी के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए मीटर जब्त किए और जांच के लिए भेज दिए. कार्रवाई के दौरान अधिकारियों को मीटर से छेड़छाड़ कर कम रीडिंग करने के नए-नए तरीके देखने को मिले. एक मकान मालिक ने तो मीटर में छोटा सा छेद करने के बाद इंजेक्शन की मदद से डिस्प्ले बटन पर एसिड डाल दिया था, जिससे डिस्प्ले खराब हो गई थी.बिजली कंपनी के सहायक अभियंता शुभम त्यागी ने कहा कि शहर में बिजली का लोड लगातार बढ़ रहा था, लेकिन विक्रय यूनिट पहले जितनी ही बनी हुई थी. यह साफ था कि बिजली की चोरी हो रही है. जिसके बाद इंदिरा कॉलोनी, शेखों का मोहल्ला, सुधा सागर, कटरा बाजार और लक्कड़खाना में छापेमारी की गई. इस दौरान बिजली चोरी के 10 मामले पकड़ में आए. कई मकान ऐसे थे, जहां तमाम लाइट से चलने वाले उपकरण होने के बावजूद महीने का बिजली का बिल सिर्फ 100 रुपये आ रहा था.उन्होंने बताया कि इंदिरा कॉलोनी में एक चार मंजिला मकान में दो एसी, चार कूलर, बोर, गीजर, टीवी, फ्रिज समेत लाइट से चलने वाले तमाम उपकरण थे. इस मकान में 15 किलोवाट का लोड था, लेकिन पिछले एक साल से बिजली बिल केवल 100 रुपये प्रतिमाह आ रहा था. जांच में पता चला कि मकान मालिक ने मीटर में छेड़छाड़ की है. उसने मीटर में सीरिंज की मदद से डिस्प्ले बटन पर एसिड डाल दिया था, जिससे डिस्प्ले खराब हो गई. मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. वहीं मीटर को जब्त कर लिया गया है.
बिजली चोरी कर चल रहा था वॉटर प्लांट
उन्होंने आगे कहा कि शेखों का मोहल्ला में एक वॉटर प्लांट बिजली चोरी कर चल रहा था. यहां घर के कनेक्शन से आरओ प्लांट चलाया जा रहा था, जबकि इसका लोड 10 किलोवाट का था. पानी साफ करने से लेकर उसे ठंडा करने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनें चोरी की बिजली से चल रही थीं. प्लांट संचालक के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. शेखों का मोहल्ला में डायरेक्ट बिजली लेने के दो, सुधा सागर और कटरा बाजार में मीटर टेंपरिंग का एक-एक मामला सामने आया है. कुल मिलाकर बिजली चोरी के 10 मामले सामने आए हैं और सभी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. सभी के मीटर जब्त कर जांच के लिए भेजे गए हैं.