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क्या आपको पता है बादल में अलग-अलग तरह के चित्र क्यों बनते हैं, नहीं पता तो जान

जब भी आसमान में बहुत सारे बादल इकट्ठा हो जाएं या जब बारिश का समय हो। तो आपने अक्सर देखा होगा कि इन बादलों के बीच अक्सर कई तरह की आकृतियां बन जाती हैं जो देखने में काफी खूबसूरत लगती हैं। इन बादलों में कभी घोड़े तो कभी पक्षी नजर आते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि बादल ऐसी आकृतियां क्यों बनाते हैं और इसके पीछे का विज्ञान क्या है? हमें बताइए

बादलों के बदलते आकार की कहानी जानने से पहले आइए जानते हैं कि बादल बनते कैसे हैं। तो हम आपको बता दें कि पानी हमेशा वाष्प के रूप में हवा में मौजूद रहता है, जब यह वाष्प ठोस में परिवर्तित हो जाता है तो इसके कण प्रकाश बिखेरते हैं और इस कारण वे बादलों के रूप में दिखाई देने लगते हैं। अब प्रश्न यह उठता है कि बादलों का आकार कैसे बनता है? तो हम आपको बता दें कि इसके पीछे तापमान, घनत्व और गति है। इन तीनों के कारण बादलों की अलग-अलग आकृतियाँ बनती हैं।

क्यूम्यलोनिम्बस बादल तब बनते हैं जब जलवाष्प तरल पानी में बदल जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान ऊष्मा उत्पन्न होती है और इसके बाद जब वातावरण में परिस्थितियाँ प्रतिकूल हो जाती हैं तो यही ऊष्मा बाद में बादलों में परिवर्तित हो जाती है। ये बादल दिखने में काले होते हैं। इन्हें अक्सर वर्षा वाले बादल भी कहा जाता है। इनमें आकाशीय बिजली भी देखी जा सकती है.छोटे बादलों की बात करें तो ये आसमान में काफी ऊंचाई पर होते हैं। अक्सर ये बादल छोटे-छोटे समूहों में दिखाई देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये बादल आसमान में 5000 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचते हैं. कभी-कभी स्थिति ऐसी हो जाती है कि ये बादल आसमान में 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर भी दिखाई देने लगते हैं।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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