वाराणसी में संतों ने ‘आई लव मोहम्मद’ के जुलूस के जवाब में ‘आई लव महादेव’ का पोस्टर जारी किया है. यह घटना गुरुवार (आज) को वाराणसी के अस्सी इलाके में स्थित सुमेरु पीठ के आश्रम में हुई. दर्जनों संतों ने हाथों में पोस्टर लेकर शंखनाद किया और ‘हर हर महादेव’ का नारा लगाया.
संतों ने यह पोस्टर कथित तौर पर देश को अस्थिर करने की साजिश के जवाब में जारी किया है. पोस्टर जारी करने के बाद संतों ने इसे काशी की गलियों और चौराहों पर भी लगाया. इसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल है.सुमेरु पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद ने इस दौरान एक कड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत को नेपाल या बांग्लादेश नहीं बनने दिया जाएगा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई नहीं माना तो उसे ‘ठोक देंगे’. स्वामी नरेंद्रानंद ने आरोप लगाया कि विदेशी फंडिंग के जरिए मौलाना जानबूझकर देश को कमजोर और अस्थिर करने के लिए ऐसी साजिशें रच रहे हैं, जिनका जवाब देना जरूरी है.
आई लव मोहम्मद’ जुलूस का फैलाव
यह मामला तब सामने आया जब उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ ‘आई लव मोहम्मद’ जुलूस धीरे-धीरे देश के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगा. इस जुलूस के बढ़ते प्रभाव को देखकर काशी के संतों ने इसका जवाब देने का फैसला किया. उन्होंने न केवल पोस्टर जारी किए, बल्कि इन्हें जगह-जगह लगाकर अपना विरोध भी जताया. कानपुर और उज्जैन तक में फैल गया है. देश के अलग-अलग जिलों के इसके वीडियो सामने आ रहे हैं. उधर, पुलिस का कहना है कि इस तरीके के कैंपेन के जरिए किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधि परप सख्त एक्शन लिया जाएगा.