स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने से लगातार भारी बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को सबसे ज्यादा बारिश इंदौर, रतलाम और उज्जैन में हुई। यहां पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। साथ ही भोपाल, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सतना, सिवनी, दतिया, ग्वालियर, पचमढ़ी, श्योपुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, खरगोन, शाजापुर, धार, सीधी, टीकमगढ़, बालाघाट, नर्मदापुरम, शिवपुरी, खंडवा, रायसेन, विदिशा, मंदसौर, अशोकनगर, बैतूल, सीहोर, राजगढ़, आगर-मालवा, देवास आदि जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने 36 जिलों में अतिभारी से भारी बारिश की संभावना जताई है।
इन जिलों 36 जिलों में अतिभारी से भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम जिलों में अतिभारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, अनुपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
कैसा रहेगा मौसम का हाल
मौसम विभाग के मुताबिक, लो प्रेशर एरिया पूर्वी मध्यप्रदेश में बना हुआ है। इसी से चक्रवतीय परिसंचरण यानी साइक्लोनिक सर्कुलेशन अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश की ओर बढ़ेगा। एक मानसून ट्रफ नर्मदापुरम और सिवनी जिलों से होते हुए लो प्रेशर एरिया से निकलकर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। वहीं, एक ट्रफ लाइन दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश से बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत हैं। साथ ही 5 सितंबर को भी मौसम विभाग ने प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
इन बांधों के गेट खुले
लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के डैम फुल हो गए हैं। ऐसे में गुरुवार को खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट, खंडवा में इंदिरा सागर बांध के 21 गेट, इंदौर में यशवंत सागर डैम के 6 गेट, जबलपुर में बरगी डैम के 15 गेट, इटारसी में तवा डैम के 3 गेट, रायसेन में हलाली डैम के 2 गेट, मंदसौर में कालाभाटा डैम के 2 गेट, शिवपुरी में मडीखेड़ा डैम के 6 गेट, रतलाम में धोलावाड़ डैम के 5 गेट खोले गए हैं।