मलासन एक बहुत ही आसान लेकिन असरदार योगासन है. इसे ‘गारलैंड पोज’ या ‘स्क्वाट पोज’ भी कहा जाता है. अच्छी सेहत के लिए खासकर सुबह के समय मलासन करने की सलाह दी जाती है. बता दें कि रोज सुबह केवल 5 मिनट इस आसान को करने से आपको एक साथ कई फायदे मिल सकते हैं. फेमस न्यूट्रिशनिस्ट और डायबिटीज एजुकेटर खुशी छाबड़ा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर कर ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में बताया है. आइए जानते हैं इनके बारे में-
मलासन के फायदे | Benefits of Doing Malasana
अपने इंस्टा हैंडल पर शेयर की गई पोस्ट में खुशी छाबड़ा बताती हैं, मलासन में आप घुटनों को मोड़कर जमीन पर बैठते हैं और शरीर को स्क्वाट पोज में रखते हैं. यह आसन कोई भी बड़ी आसानी से कर सकता है.
पाचन तंत्र को मजबूत बनाए
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, मलासन पेट के अंगों को दबाव देता है और पाचन क्रिया को बेहतर करता है.
आंतों और कोलन की सफाई में मदद
यह पोज हमारे कोलन (बड़ी आंत) को सही पोजिशन में लाता है, जिससे पेट साफ करना आसान हो जाता है. इससे कब्ज और गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
हिप्स और पैरों की मजबूती
इस आसन से हिप्स, जांघों और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
पेल्विक हेल्थ में सुधार
पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक, मलासन पेल्विक फ्लोर को रिलैक्स करता है और खासकर महिलाओं के लिए पेल्विक हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है.
लचीलापन और बैलेंस
इन सब से अलग यह आसन शरीर का लचीलापन बढ़ाता है और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.
कब और कैसे करें मलासन
- न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, सुबह के समय खाली पेट मलासन करना सबसे अच्छा माना जाता है.
- शुरुआत में 1-2 मिनट करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाकर 5 मिनट तक करें.
- बेहतर नतीजों के लिए आप मलासन करते हुए गुनगुना पानी भी पी सकते हैं.
खुशी छाबड़ा बताती हैं, मलासन न केवल पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है बल्कि शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाता है. इसे अपनी सुबह की दिनचर्या में शामिल करने से आपको कुछ ही समय में असर देखने को मिल सकता हैअस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. जगन्नाथ डॉट कॉम इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.