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डीएपी और यूरिया की समस्या होगी दूर, राज्य में अतिरिक्त डीएपी और यूरिया खाद के आवंटन को मिली मंजूरी

अच्छे मानसून के चलते इस बार कई राज्यों में खरीफ फसलों की बुआई का रकबा बढ़ा है जिससे किसानों के बीच डीएपी और यूरिया जैसे आवश्यक रासायनिक उर्वरकों की मांग बढ़ी है। जिसके चलते कई स्थानों पर किसानों को यूरिया और डीएपी खाद मिलने में समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। केंद्र सरकार ने राज्य में 50-50 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया और डीएपी खाद के आवंटन को मंजूरी दे दी है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने छत्तीसगढ़ को यूरिया और डीएपी खाद की अतिरिक्त आबंटन की मंजूरी दी है। गौरतलब है कि केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री से दिल्ली में कृषि मंत्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के सांसदों ने मुलाकात कर छत्तीसगढ़ राज्य को यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति के संबंध में चर्चा की

राज्य को मिलेगा अतिरिक्त यूरिया और डीएपी खाद

छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री और सांसदों ने राज्य के किसानों को खरीफ सीजन में रोपा-ब्यासी के समय पड़ने वाले खाद की अतिरिक्त आवश्यकता की जानकारी देते हुए केंद्रीय रसायन मंत्री से खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ को निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त 50-50 हजार मीट्रिक टन यूरिया और डीएपी खाद आबंटित किए जाने का आग्रह किया है। इसके लिए केंद्रीय रसायन मंत्री ने छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने के लिए उर्वरक मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

अभी तक राज्य में की गई यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति

कृषि मंत्री ने बताया कि सप्लाई प्लान के अनुसार छत्तीसगढ़ को माह जुलाई तक यूरिया की 5.99 लाख तथा डीएपी की 2.68 लाख मीट्रिक टन आपूर्ति निर्धारित थी जिसके विरूद्ध यूरिया की 4.63 लाख तथा डीएपी की 1.61 लाख मीट्रिक टन मात्रा राज्य को प्राप्त हुई है। माह अगस्त के लिए यूरिया की 57,600 मीट्रिक टन तथा डीएपी की 36,850 मीट्रिक टन का सप्लाई प्लान निर्धारित है। चूंकि इन उर्वरकों की सर्वाधिक आवश्यकता अगस्त माह में होती है। इसलिए निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त यूरिया तथा डीएपी की 50-50 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त मात्रा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

खरीफ सीजन में यूरिया और डीएपी का वितरण

इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खरीफ वर्ष 2025 में भारत सरकार द्वारा उर्वरक यूरिया 07 लाख 12 हजार मीट्रिक टन, डीएपी 03 लाख 10 हजार मीट्रिक टन तथा एमओपी 60 हजार मीट्रिक का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसके विरुद्ध 11 अगस्त तक 06 लाख 72 हजार मीट्रिक टन यूरिया, 02 लाख 14 हजार मैट्रिक टन डीएपी तथा 80 हजार मीट्रिक टन एमओपी का भण्डारण किया गया है।अधिकारियों ने बताया कि डीएपी के प्रतिस्थापन के संबंध में वैकल्पिक उर्वरकों के रुप में एनपीके 01 लाख 80 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के विरुद्ध 02 लाख 37 हजार मीट्रिक टन एवं एसएसपी 02 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य के विरुद्ध 02 लाख 95 हजार मीट्रिक टन का भण्डारण किया गया है। इसी प्रकार डीएपी की कमी की पूर्ति एनपीके एवं एसएसपी उर्वरकों से की जा रही है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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