खरगोन. फिल्मों में आपने अक्सर देखा होगा कि सपेरा जब बीन बजाता है, तब उसकी धुन पर सांप नाचने लगता है. जब तक बीन बजती है, सांप लहराता है. आपने यह भी देखा होगा कि जब सांप किसी व्यक्ति को काट लेता है, तब सपेरा बीन बजाकर सांप को वापस बुला लेता है. उसे बीन की धुन पर इतना मजबूर कर देता है कि सांप अपने ही जहर को वापस चूस लेता है और व्यक्ति की जान बच जाती है. जहर चूसने के बाद सांप मर जाता है. लेकिन, क्या हकीकत में ऐसा होता है? हम आपको बताते हैं…खरगोन के मंडलेश्वर में रहने वाले सांपों के एक्सपर्ट महादेव पटेल से मुलाकात की, तब उन्होंने हैरान करने वाली सच्चाई बताई. महादेव 4000 से ज्यादा सांपों का रेस्क्यू कर चुके हैं. महादेव ने चौंकाने वाले तथ्य बताए. उन्होंने कहा कि सांप के कान ही नहीं होते है. ऐसे में सांप का बीन की आवाज सुनकर नाचना सरासर झूठ है. क्योंकि सांप किसी की भी आवाज को सुन नहीं सकता. सांप रेंगने वाला प्राणी है, इसलिए जमीन में कंपन से वह हर तरह की आहट को भांप लेता है.फिल्मों में जो दिखाया जाता है, कई बार वह सच नहीं होता. फिर सवाल है कि सांप बीन के आगे लहराता क्यों है? इस पर महादेव ने बताया कि दरअसल, सांप बीन की आवाज से निकलने वाले कंपन को महसूस करता है. जिस वजह से वह उसके नजदीक आता है
सांप का जहर चूसना भी गलत
महादेव ने कहा कि सांप काटने के बाद वापस जहर चूस लेगा और व्यक्ति की जान बच जाएगी, यह भी गलत है. सांप ने किसी को काटा है तो उसकी जान सिर्फ इलाज से ही बचाई जा सकती है. क्योंकि एक बार सांप का जहर शरीर में प्रवेश कर जाने के बाद उसे चूस कर निकलना संभव ही नहीं है.
इलाज एकमात्र उपाय
महादेव का कहना है कि अगर आपके आसपास किसी को सांप काट लेता है, तो उसे तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाएं, क्योंकि इलाज ही एकमात्र ऐसा उपाय है, जिससे जान बचाई जा सकती है. हां, ये और बात है कि हर सांप जहरीला नहीं होता. ज्यादातर लोग सांप काटने की दहशत में मर जाते हैं.