शिक्षा और स्वास्थ

सरकार ने B.Ed कोर्स में किया बड़ा बदलाव – अब सिर्फ 1 साल की पढ़ाई के बाद बन सकते हैं टीचर, जुलाई 2025 से लागू!

देश में शिक्षक बनने की प्रक्रिया को आसान और तेज़ बनाने के लिए सरकार ने B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स की अवधि में बड़ा बदलाव किया है। पहले जहां B.Ed करने में 2 साल लगते थे, वहीं अब सरकार ने इसे घटाकर सिर्फ 1 साल कर दिया है। यह नई व्यवस्था जुलाई 2025 से पूरे देश में लागू हो जाएगी। इस बदलाव का फायदा लाखों युवाओं को मिलेगा जो कम समय में शिक्षक बनना चाहते हैं।शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि जुलाई 2025 से B.Ed कोर्स केवल एक साल का होगा। इस बदलाव का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को जल्द से जल्द शिक्षण क्षेत्र में प्रवेश दिलाना है, जिससे देश में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सके।बदलाव National Education Policy (NEP 2020) के तहत किया गया है, जिसमें शिक्षण प्रणाली को सरल और परिणामोन्मुखी बनाने का उद्देश्य रखा गया था।सरकार ने कुछ विशेष पात्रता शर्तें भी तय की हैं ताकि इस कोर्स में गुणवत्ता बनी रहे। यह 1 वर्षीय B.Ed कोर्स केवल उन्हीं छात्रों के लिए मान्य होगा जिन्होंने पहले से ही पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) की डिग्री प्राप्त की हो।व्यक्तिगत उदाहरण:
मेरे एक मित्र, सीमा शर्मा, जो दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी में MA कर चुकी थीं, उन्होंने बताया कि 2 साल तक B.Ed करने की सोच में ही वो नौकरी शुरू नहीं कर पा रही थीं। अब इस 1 साल के कोर्स के कारण उन्होंने जुलाई 2025 के लिए फॉर्म भर दिया है और उन्हें उम्मीद है कि 2026 में सरकारी स्कूल में नियुक्ति पा जाएंगी।भारत में शिक्षकों की भारी कमी है, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में। इस एक वर्षीय B.Ed कोर्स का मकसद इस कमी को कम समय में भरना है।सरकारी बयान के अनुसार:
शिक्षा मंत्री ने कहा, “हमें ऐसे बदलावों की जरूरत है जिससे हम जल्द से जल्द योग्य शिक्षक तैयार कर सकें। यह एक साल का कोर्स उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।”सरकार ने नए B.Ed कोर्स के सिलेबस और प्रशिक्षण पद्धति में भी सुधार किया है। छात्रों को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल अनुभव भी मिलेगा ताकि वे स्कूल में सीधा काम करने के लिए तैयार रहें।

सीखने का अनुभव:
एक पूर्व छात्रा, पूजा यादव, जिन्होंने पहले 2 साल का B.Ed किया था, कहती हैं, “अगर ये कोर्स पहले ही 1 साल का होता, तो मुझे 1 साल पहले नौकरी मिल जाती। अब मेरे छोटे भाई को इसका सीधा फायदा मिलेगा।”

निजी और सरकारी

संस्थानों पर असर

यह बदलाव केवल सरकारी संस्थानों तक सीमित नहीं रहेगा। सभी निजी यूनिवर्सिटी और कॉलेज भी इस नए नियम का पालन करेंगे। NCTE (National Council for Teacher Education) ने निर्देश जारी कर दिए हैं।

बदलाव के बाद युवाओं के पास कम समय में टीचर बनने का सुनहरा मौका होगा। सरकारी स्कूलों में टीचर्स की भारी भर्ती की जाएगी और पहले से B.Ed कर चुके छात्रों को भी वरीयता दी जाएगी।

रोजगार की संभावनाएं:

  • प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में नियुक्ति
  • सरकारी भर्ती परीक्षाओं जैसे CTET, TET के लिए जल्दी तैयारी का मौका
  • निजी स्कूलों में जल्दी प्लेसमेंट मिलने की संभावना

पर्सनल एक्सपीरियंस:
मेरे चचेरे भाई अनिल ने पिछले साल B.Ed कोर्स शुरू करने का सोचा था, लेकिन 2 साल का समय देखकर पीछे हट गए। अब वो जुलाई 2025 में यह नया कोर्स करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उनका सपना है सरकारी स्कूल में गणित पढ़ाना।

सरकार का यह निर्णय न केवल युवाओं को तेज़ी से शिक्षण क्षेत्र में प्रवेश दिलाएगा, बल्कि पूरे देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को भी मज़बूती देगा। एक साल में B.Ed करने का मौका उन लाखों छात्रों के लिए फायदेमंद होगा जो पढ़ाई के साथ-साथ जल्दी नौकरी भी चाहते हैं।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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