भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 30, नौगांव में 16, खजुराहो में 10, शिवपुरी में छह, दतिया में तीन, रतलाम एवं मलाजखंड में दो मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। यानी ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिलों में आज बारिश हो सकती है। बाकी क्षेत्रों में छिटपुट बौछारें पड़ेंगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिलाष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश से लगे उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। एक द्रोणिका भी मध्य प्रदेश में बनी हुई है। इस वजह से बारिश का सिलसिला बना रहेगा।
उधर, पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे नौगांव में 101.8, सतना में 91.5, जबलपुर में 67.6, मंडला में 57.6, दतिया में 47.4, मलाजखंड में 41, खजुराहो में 32.2, टीकमगढ़ में 23, दमोह में 21, नर्मदापुरम में 17.9, सिवनी में 16.8 और रीवा में 11.6 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
अरब सागर में सौराष्ट्र और उससे लगे कच्छ पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी है, जो दक्षिण की ओर झुका हुआ है। दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। बांग्लादेश एवं उससे लगे पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
इस मौसम प्रणाली के रविवार को कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। उसके बाद यह ओडिशा, झारखंड की तरफ आगे बढ़ेगा। बांग्लादेश एवं उससे लगे पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात से लेकर उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजर रही है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में रविवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। उसके आगे बढ़ने पर पूर्वी मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार हैं।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
अरब सागर में सौराष्ट्र और उससे लगे कच्छ पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी है, जो दक्षिण की ओर झुका हुआ है। दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। बांग्लादेश एवं उससे लगे पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।