मध्य प्रदेश में बनेगा देश का पहला आधुनिक यूनानी हम्माम, इन बीमारियों का होगा इलाज
Unani Bath Therapy Centre: मध्य प्रदेश के लोगों को जल्द ही देश के पहले आधुनिक यूनानी हम्माम की सौगात मिलने जा रही है। इसकी मदद से मोटापा, त्वचा रोग, मधुमेह और अन्य रोगों का इलाज होगा। इस परियोजना के लिए लगभग तीन करोड़ रुपये की डीपीआर (डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर आयुष विभाग को भेजी जा चुकी है।
मध्य प्रदेश रियल एस्टेट
By mukesh vishwakarma
Edited By: Mohan Kumar
Publish Date: Sun, 15 Jun 2025 11:28:32 AM (IST)
Updated Date: Sun, 15 Jun 2025 12:25:03 PM (IST)
देश का पहला आधुनिक यूनानी हम्माम बनाने जा रही मध्य प्रदेश सरकार
मध्य प्रदेश रियल एस्टेट
HighLights
- भोपाल के यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित होगा
- मोटापा, मधुमेह समेत कई बीमारियों का होगा इलाज
- छह महीने में बनकर तैयार हुआ है प्रोजेक्ट
मुकेश विश्वकर्मा, नईदुनिया भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार देश का पहला आधुनिक यूनानी हम्माम (यूनानी बाथ थैरेपी सेंटर) बनाने जा रही है। ‘हम्माम’ एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है गर्म स्नानगृह। यह यूनानी चिकित्सा पद्धति का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जिसका उपयोग मोटापा, त्वचा रोग, मधुमेह और अन्य रोगों के प्राकृतिक उपचार में होता है।
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कलियासोत की पहाड़ी पर स्थित हकीम सैयद जियाउल हसन शासकीय यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय के परिसर में इस आधुनिक हम्माम का निर्माण प्रस्तावित है। इस परियोजना के लिए लगभग तीन करोड़ रुपये की डीपीआर (डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर आयुष विभाग को भेजी जा चुकी है।
अगली वित्त समिति की बैठक के एजेंडे में इसे शामिल किया गया है। इस हम्माम में तीन अलग-अलग कमरे होंगे, जिनमें भट्ठी युक्त स्नानगृह और उपचारात्मक कक्ष शामिल होंगे। आयुष विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह पहल न केवल पारंपरिक चिकित्सा को मजबूती देगी, बल्कि मध्यप्रदेश को मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में एक नई पहचान भी दिलाएगी।
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छह माह में तैयार हुआ प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में लगभग छह महीने का समय लगा। विशेषज्ञों ने नवाबी दौर के हम्मामों पर रिसर्च कर इसका मॉडल तैयार किया है। इस हम्माम में तीन अलग-अलग कमरे होंगे, जिनमें अलग-अलग तापमान होगा और हर कमरे में 10 से 15 मिनट तक रहने की सलाह दी जाएगी। इन तीन चरणों में व्यक्ति को बारी-बारी से रखा जाएगा, ताकि शरीर की मांसपेशियों में गर्मी प्रवेश कर सके, जिससे जोड़ों के दर्द, त्वचा रोग और मोटापे जैसी समस्याओं का इलाज संभव होगा।
हर कमरे में अलग तापमान
– पहला कमरा : 36.5 डिग्री तापमान
– दूसरा कमरा : 42 से 45 डिग्री तापमान
– तीसरा कमरा : 50 डिग्री तापमान
आधुनिक तकनीक से लैस होगा हम्माम
यह हम्माम आधुनिक तकनीक से लैस होगा, जिसमें तापमान नियंत्रण, भाप की व्यवस्था, स्नान व्यवस्था और चिकित्सकीय निगरानी की पूरी सुविधा होगी। भोपाल का यह हम्माम न केवल प्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए एक मिसाल बनने जा रहा है। यूनानी पद्धति को वैज्ञानिक और तकनीकी रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
हम्माम की अवधारणा नवाबी दौर में लोकप्रिय थी, अब उसे वैज्ञानिक और तकनीकी स्वरूप दिया जा रहा है। मप्र इस क्षेत्र में देश का पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां सरकारी स्तर पर ऐसा हम्माम बनेगा।
– डा. महफूज उर रहमान, रीडर, शासकीय यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय