Bilaspur Highcourt News:–प्रदेश में रेत माफियाओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। अवैध उत्खनन के आड़े आने वाले लोगों के साथ लगातार माफिया हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे है। राजनांदगांव में ग्रामीणों पर गोली चलाने के अलावा बलरामपुर में आरक्षक की हत्या भी माफिया ने कर दी थी। अब इसे गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव और खनिज सचिव से जवाब मांगा है।
Bilaspur बिलासपुर। प्रदेश में रेत माफियाओं पर लगाम नहीं लगने पर हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए मुख्य सचिव और खनिज सचिव से जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा कि अवैध खनन रोकने के सख्त निर्देश दिए गए हैं इसके बाद भी हालत यह है कि बलरामपुर में रेत माफियाओं द्वारा कॉन्स्टेबल शिव बचन सिंह की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी जाती है तो गरियाबंद में माफिया फायरिंग कर रहे हैं।
स्टेट अफेयर्स की हालत चिंताजनक है और इन गंभीर मुद्दों को सख्ती से संभालना होगा। शक्रवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह भी कहा कि इस तरह की घटना का दोहराव नहीं होना चाहिए। जवाब में डीजीपी ने शपथपत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि बलरामपुर मामले में 9 आरोपियों को गिरतार करते हुए बीएनएस की धारा 103, 109, 121, 132, 221, 61, 303, 238, 249 और भारतीय वन अधिनियम सहित खान एवं खनिज अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। आरक्षक की मौत के बाद सनावल थानेदार को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
पिछले माह आरक्षक को कुचला था ट्रैक्टर ड्राइवर ने, कोर्ट ने डीजीपी से मांगा था जवाब:–
उल्लेखनीय है कि 11 मई की रात करीब 11 बजे सनावल पुलिस की टीम कनहर नदी से अवैध रेत खनन रोकने लिबरा गांव पहुंची थी। इस दौरान भाग रहे एक ट्रैक्टर को आरक्षक शिव बचन सिंह (43 साल) ने रोकने की कोशिश की। ट्रैक्टर ड्राइवर ने गाड़ी रोकने की जगह आरक्षक को ही कुचल दिया और फरार हो गया। इसमें आरक्षक की मौत हो गई। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट की अवकाशकालीन पीठ ने डीजीपी, खनिज सचिव और वन विभाग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
Nyay Dhani