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कब है फाल्गुन पूर्णिमा? किस समय होगा स्नान और दान, उस दिन लग रहा साल का पहला चंद्र ग्रहण

हर साल फाल्गुन पूर्णिमा फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत पूर्णिमा तिथि में चंद्रोदय वाले दिन रखते हैं और फाल्गुन पूर्णिमा का स्नान-दान उदयातिथि में करने का विधान है. फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन होता है और उसके अगले दिन सुबह में रंगों की होली खेली जाती है. इस साल फाल्गुन पूर्णिमा को पहला चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. ऐसे में जिन लोगों को फाल्गुन पूर्णिम का स्नान और दान करना है, उनको सही मुहूर्त के बारे में पता होना चाहिए. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि फाल्गुन पूर्णिमा कब है? फाल्गुन पूर्णिमा पर स्नान और दान का समय क्या है?किस दिन है फाल्गुन पूर्णिमा 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 54 मिनट पर शुरु होगी. इस तिथि की समाप्ति 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगी. ऐसे में फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत 24 मार्च को रखा जाएगा, जबकि फाल्गुन पूर्णिमा का स्नान और दान 25 मार्च को होगा.फाल्गुन पूर्णिमा पर लगेगा चंद्र ग्रहण
25 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा. उस दिन चंद्र ग्रहण का उपच्छाया से पहला स्पर्श सुबह में 10 बजकर 24 मिनट पर होगा, वहीं अंतिम स्पर्श दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर होना है. हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. ऐसे में आप फाल्गुन पूर्णिमा का स्नान और दान 25 मार्च को सुबह में बिना किसी बाधा के कर सकते हैं.फाल्गुन पूर्णिमा 2024 स्नान-दान का समय
फाल्गुन पूर्णिमा को आप ब्रह्म मुहूर्त से स्नान और दान का कार्य प्रारंभ कर सकते हैं. उस दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04:45 एएम से प्रात: 05:32 एएम तक है. इसके अलावा पूरे दिन वृद्धि योग है, जिसमें आप स्नान और दान का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं.

वृद्धि योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में फाल्गुन पूर्णिमा
इस साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन वृद्धि योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का संयोग बना है. उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं और वृद्धि योग में किए जाने वाले कार्यों के पुण्य फल में वृद्धि होता है. ऐसे में जो लोग इस शुभ संयोग में स्नान, दान, पूजा पाठ कर्म करेंगे, उनको पुण्य फल प्राप्त होंगे और पुण्य बढ़ेगा भी.

फाल्गुन पूर्णिमा पर वृद्धि योग प्रात: काल से लेकर रात 09 बजकर 30 मिनट तक है, उसके बाद से ध्रुव योग बनेगा. वहीं उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र प्रात:काल से लेकर सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक है. उसके बाद से हस्त नक्षत्र है.

फाल्गुन पूर्णिमा 2024 चंद्रोदय
फाल्गुन पूर्णिमा की शाम 06 बजकर 44 मिनट पर चंद्रोदय होगा.

फाल्गुन पूर्णिमा पर होली और होलिका दहन
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन भद्रा ​रहित मुहूर्त में होता है. इस साल होलिका दहन 24 मार्च को और होली का त्योहार 25 मार्च को मनाया जाएगा.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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