फिरोजाबाद : यूपी में एक किसान अलग किस्म के बेर की बागवानी कर अच्छा मुनाफा कमा रहा है. किसान ने कई सालों पहले बेर की बागवानी शुरु की थी. लेकिन थोड़े समय बाद किसान की पैदावार शुरु हो गई. किसान सीजन आने पर बेरों को तोडकर मंडियों में बेचने के लिए ले जाता है. जिससे उसकी अच्छी इनकम होती है. वहीं नए किस्म के बेर की बागवानी के लिए किसान ने ट्रेनिंग भी ली है और इसकी देखभाल के लिए नेट भी लगाया हुआ है.
6 साल पहले शुरु की थी थाई एप्पल बेर की बागवानी
फिरोजाबाद के गांव भीकनपुर में रहने वाले किसान राकेश राजपूत ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होने आज से लगभग 6 साल पहले थाई एप्पल बेर की बागवानी शुरु की थी. इस बागवानी को शुरु करने के लिए सबसे पहले बरसात के सीजन में खेतों में बेर की पौध को लगाया फिर उसके बाद एक साल तक इसकी देखभाल की. समय-समय पर इसकी कटिंग भी की गई. एक साल इंतजार करने के बाद छोटे पौधे पर फल आना शुरु होता है, जिसे तोड़कर फेंक दिया जाता है. दूसरे साल 6 इंची पौधा होने पर ऊपर की कटाई की जाती है. जिससे पौधे में नए कल्ले निकलते हैं. जिससे अधिक फल निकलते हैं. हर साल कटिंग का यही प्रोसेस रहता है. फरवरी महीने में थाई एप्पल बेर आना शुरु हो जाता है. जिसे तोड़कर मंडियों में बचने के लिए ले जाते हैं
एक बीघा से होती है इतनी इनकम
किसान ने बताया कि थाई एप्पल बेर की खेती करने के लिए खेतों में दो से तीन ट्राली खाद का उपयोग किया जाता है. इस बागवानी के लिए लगभग तीन बीघा में दस हजार रुपए तक लागत आती है. समय से देखभाल करने के साथ साथ जानवरों और पक्षियों से बचाने के लिए खेतों पर पहले से नेट लगाया जाता है. वहीं किसान ने बताया कि बेर का सीजन आने पर इस बागवानी से लागत निकालकर पचास हजार रुपए तक की बचत होती है