बलिया: आज के बदलते दौर में पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं. यहां तक की बड़े बुजुर्गों के अलावा कम उम्र के बच्चे भी आजकल पेट की समस्याओं से जूझ रहे हैं. प्राचीन काल में इन छोटी-मोटी बीमारियों से निजात पाने के लिए लोग घरेलू नुस्खे का प्रयोग करते थे. ये वही तकनीक थी जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता था और लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों से राहत मिल जाती थी. हर घर में रोटी बनती है. आज हम आपको इसी से जुड़ी एक ऐसी जानकारी देंगे जिसके माध्यम से आप भी गैस और कब्ज जैसी तमाम समस्याओं से राहत पा सकेंगे. आइए विस्तार से जानते हैं
शिव कुमार सिंह ने कहा कि, “वो जिले के बिछला घाट निकट बालेश्वर मंदिर के रहने वाले हैं. ये जो पेट की समस्या है इसके लिए, त्रिफला यानी हर्रे, बहेरे और आंवले का मिक्चर चूर्ण रामबाण प्राचीन काल से ही साबित होता आ रहा है. कहते है पेट ठीक तो सबकुछ ठीक होता है.
रोटी बनाने से पहले आटे में मिलाए ये चीज, होगा चमत्कारघरेलू नुस्खे के बारे में बात करें तो रोटी बनाते समय स्वादानुसार काला नमक आटे में डाल कर गर्म पानी की सहायता से गूंथ लें. आटा गूंथने के बाद 10 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि, काला नमक अच्छे से घुल जाए. अब इस आटे की रोटी बनाएं और इसे सुबह या दोपहर के नाश्ते में शामिल करें. इस रोटी को छाछ यानी मट्ठे अथवा दही के साथ खाने पर अलग ही स्वाद और सुकून मिलेगा. इसके सेवन से कब्ज, गैस और टॉक्सिंस को बाहर निकालना, वजन घटाना और सूजन जैसी तमाम समस्याओं से राहत मिलती है.सावधान: काला नमक वैसे भी पेट के लिए वरदान है लेकिन, अधिक मात्रा में सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर के साथ सोडियम का लेवल बढ़ सकता है इसलिए, सावधान भी रहें. अगर कोई पुरानी बीमारी हो तो चिकित्सक से सलाह जरूर लें. यह घरेलू नुस्खे पर आधारित है. यह खबर बड़े बुजुर्गों से बातचीत करके उनके अनुभव के आधार पर बनाई गई है. ऐसे में उनके किसी भी तरह के दावों की पुष्टि नहीं करता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें.
किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.