भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके साथ विल्मोर बुच को अंतरिक्ष में फंसे हुए कई महीने हो गए हैं। दोनों अंतरिक्ष यात्री हफ्तेभर के लिए जून में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन यान में तकनीकी दिक्कत की वजह से अब दोनों अगले साल फरवरी में ही वापस आ पाएंगे। इस बीच, सुनीता विलियम्स की कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिसने वैज्ञानिकों समेत दुनियाभर के लोगों को चिंता में डाल दिया। तस्वीरें देखकर लगता है कि सुनीता का वजन काफी कम हो गया है और उनके गाल भी धंस से गए हैं। इसके पीछे एक्सपर्ट्स तर्क दे रहे हैं कि यह अंतरिक्ष में होने वाली यात्रियों को आम समस्या है। हो सकता हो कि जितनी कैलोरी सुनीता विलियम्स रोजाना ले रही हों, उससे ज्यादा बर्न कर रही हों।
नासा बोला- सभी एस्ट्रोनॉट्स अच्छे स्वास्थ्य में
सुनीता विलियम्स की तस्वीरों पर अब नासा की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है। हाल ही में आई रिपोर्टों के जवाब में, नासा के अंतरिक्ष संचालन मिशन निदेशालय के प्रवक्ता जिमी रसेल ने स्पष्ट किया, “इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर सवार सभी नासा अंतरिक्ष यात्रियों के नियमित टेस्ट किए जाते हैं। उनकी निगरानी समर्पित सर्जनों द्वारा की जाती है। सभी एस्ट्रोनॉट्स अच्छे स्वास्थ्य में हैं।”बता दें कि 5 नवंबर को, चार क्रू-8 अंतरिक्ष यात्रियों, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 200 से अधिक दिन बिताए थे, को पृथ्वी पर लौटने के बाद चेकअप के लिए भेजा गया था। वे 25 अक्टूबर को स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के जरिए से फ्लोरिडा में उतरे थे। नासा ने पुष्टि की कि एक अंतरिक्ष यात्री को शुरू में चिकित्सा की आवश्यकता थी, और कुछ ही समय बाद सभी चालक दल के सदस्यों को निगरानी के लिए अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद अंतरिक्ष यात्रियों को वहां एडमिट भी करवाना पड़ा था। इसी वजह से सुनीता विलियम्स और विल्मोर बुच को लेकर चिंताएं बढ़ी हुई हैं।
सुनीता पर एक्सपर्ट ने क्या कहा?
नासा के अलावा सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर सिएटल स्थित पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. विनय गुप्ता के भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने जगन्नाथ डॉट कॉम से कहा था कि यह तस्वीर बताती है कि यह ऐसे व्यक्ति की है जो मुझे लगता है कि लंबे समय तक बहुत अधिक ऊंचाई पर, यहां तक कि दबाव वाले केबिन में रहने की वजह से प्राकृतिक तनाव का अनुभव कर रहा है।” डॉ. गुप्ता ने बताया कि उनके गाल थोड़े धंसे हुए दिखाई दे रहे हैं और आमतौर पर ऐसा तब होता है जब आपके शरीर का कुल वजन कम हो जाता है।” डॉ. गुप्ता ने पाया कि अंतरिक्ष यात्री के धंसे हुए गालों का मतलब है कि वे कुछ समय से कम खा रहे थे।