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साल में सिर्फ 3 महीने मिलता है ये जंगली फल, कूट-कूटकर भरे हैं पौष्टिक तत्व, भूख जैसी समस्या के लिए रामबाण इलाज

जयपुर:- इन दिनों तरबूज की तरह दिखने वाला छोटे-छोटे काचरी फल बाजारों में आना शुरू हो चुके हैं. यह फल सर्वाधिक राजस्थान में पाया जाता है. इसकी सब्जी बेहद ही टेस्टी बनती है. ये फल केवल 3 महीने ही मिलता है. यह खेतों व सड़क किनारे जंगली बैल पर लगता है. छोटे-छोटे बीजों वाला काचरी खाने में बहुत स्वादिष्ट और गुणकारी होता है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर मुकेश चौधरी ने लोकल 18 को बताया कि आयुर्वेद में काचरी को ‘मृगाक्षी’ कहा जाता है, क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं. काचरी की सब्जी व आचार बड़े लजीज होते हैं. किसान अपने खेतों में अन्य फसलों के साथ काचरी के बीच भी डाल देते हैं. इससे किसानों को दोहरा फायदा होता है. सब्जी के रूप में उसे काचरी मिल जाती है और खेतों से फसल भी होती है. एक जंगली लता वाली काचरी के पत्ते ककड़ी की तरह होते हैं. इस पर पीले-पीले छोटे फूल भी निकलते हैं

काचरी के औषधीय गुणआयुर्वेदिक डॉक्टर मुकेश चौधरी ने बताया कि काचरी को जंगली तरबूज भी कहते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है. इससे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है. इसके अलावा काचरी में मूत्र वर्धक गुण होते हैं, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं. काचरी शरीर को पूरी तरह से डिटॉक्स कर देती हैकाचरी में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत बनाते हैं. इससे पाचन क्रिया स्वस्थ होती है. इसके सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट इंफ़ेक्शन जैसी समस्याएं दूर होती है.  इसके अलावा काचरी का सेवन करने से भूख बढ़ती है और जंक फ़ूड खाने की इच्छा कम होती है. इसलिए पाचन और भूख के लिए काचरी अच्छा फल है.2 से 3 महीने ही मिलता है यह फल आपको बता दें कि काचरी का फल आमतौर पर गर्मियों के मौसम में उगाया जाता है. यह सितंबर, अक्टूबर और नवंबर महीनों में पककर तैयार हो जाते हैं. ऐसे में ये दो-तीन महीने के ही फल हैं. इससे बनने वाली सब्जी खट्टी-मीठी होती है. विदेश से आने वाले पर्यटकों को यह सब्जी खूब पसंद आती है. इसलिए जिन स्थानों पर विदेशी पर्यटकों का अधिक आना होता है, उन जगहों पर यह सब्जी स्पेशली बनाई जाती है.Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें.  जगन्नाथ डॉट कॉम किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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