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बिना किसी के देखे चुपचाप दरवाजे पर बांध दें ये चीज, जीवन में होगा बड़ा चमत्कार, घर में लहलहा उठेगी खुशहाली!

सनातन धर्म में तुलसी का पौधा हर घर में होता है. इस पवित्र तुलसी के पौधे के बिना घर का आंगन अधूरा सा लगता है. मान्यता है कि, जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहीं पर पॉजिटिव एनर्जी वास करती है. साथ ही मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की भी कृपा बनी रहती है, जिससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इस पौधे की पत्तियां ही नहीं, जड़ भी चमत्कारी होती है.वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आर्थिक रूप से परेशान चल रहे हैं तो दरवाजे पर एक चमत्कारी जड़ बांधने से सारी परेशानी दूर हो जाएगी. हालांकि, इस उपाय को करते समय कोई देखे नहीं और टोके नहीं. कहा जाता है कि, तुलसी के पौधे की जड़ों में शालिग्राम का वास होता है. इसलिए ज्योतिष शास्त्र में इसकी जड़ का अधिक महत्व है. अब सवाल है कि आखिर तुलसी की जड़ का उपाय कैसे करें? जीवन में क्या होंगे लाभ? काम में मिलेगी सफलता: वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि आपको किसी काम में लगातार असफलता मिल रही है तो तुलसी की जड़ का उपाय कर सकते हैं. इसके लिए थोड़ी सी तुलसी की जड़ लेकर गंगाजल से धो लें. इसके बाद इसकी विधिवत तरीके से पूजा कर लें. इसके बाद इसे पीले रंग के कपड़े में बांधकर घर के दरवाजे पर बांध दें. ऐसा करने से आपको लाभ हो सकता है.

धन-लाभ होगा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में यदि आप आर्थिक संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो तुलसी का उपाय कर सकते हैं. यदि आप पूजा करने के बाद तुलसी की जड़ को दरवाजे पर बांधते हैं तो शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है. साथ ही आपको लाभ मिलेगा और धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.

घर में नहीं जाती निगेटिविटी: ज्योतिषाचार्य के अनुसार, घर में नकारात्मकता दुख का भी कारण बन सकता है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर तुलसी की जड़ बांधें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर के अंदर नहीं आती है. हमेशा घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.ग्रह दोष से मिलेगी मुक्ति: अगर कुंडली में आपके किसी ग्रह का दोष हो तो तुलसी की पूजा करके थोड़ी सी जड़ निकाल लें. इसके बाद लाल कपड़े में जड़ और चावल को दरवाजे पर बांध दें. ऐसा करने से घर में होने पर दोषों से मुक्ति मिल सकती है. आप चाहें तो इस जड़ को कलावा में भी बांध सकते हैं.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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