देश में परीक्षाओं में गड़बड़ी का सिलसिला अभी थमा नहीं कि एक और परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लग रहा है. अब छत्तीसगढ़ में व्यवसायिक परीक्षा मंडल की ओर से ली गई TET की परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगा है.
आरोप है कि प्रश्न-पत्र के हिंदी भाग में कुछ सवाल सही क्रम में नहीं दिए गए थे. दरअसल, गद्यांश पढ़ने के बाद जवाब दिए जाने थे. लेकिन गद्यांश से एक पेज पहले ही उससे जुड़े सवाल पूछे गए.
कुछ छात्र गद्यांश पढने से पहले ही सवाल को अटैम्प्ट कर गए
यह तकनीकी त्रुटि Teacher Eligibility Test की द्वितीय पाली में मिली है. जिसके चलते परीक्षार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. कुछ परीक्षार्थी तो गद्यांश पढने से पहले ही सवाल को अटैम्प्ट कर गए.
अब इसके चलते उनके नंबर में भी प्रभाव पड़ सकता है. बता दें कि यह परीक्षा मिडिल स्कूल के टीचर के लिए आयोजित की गई थी.
पहले प्रश्न पूछ लिए गए बाद में गद्यांश को लिखा गया
कोचिंग संचालक और एक्सपर्ट अभिषेक देवांगन ने मीडिया को बताया कि इस परीक्षा में गद्यांश पढ़ने के बाद तीन प्रश्न हल करने थे. लेकिन सेट A और सेट D में प्रश्न क्रमांक 55, 56 और 57 में यह पहले प्रश्न पूछ लिए गए बाद में गद्यांश को लिखा गया.
इसके चलते छात्रों में परीक्षा हॉल में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. कुछ छात्र तो गद्यांश को बिना पढ़े ही प्रश्न हल करने लगे जिससे उनका नुकसान हुआ.
परीक्षा में OMR शीट में आंसर भरने के बाद बदलाव नहीं किया जा सकता. ऐसे छात्र जो एक या दो अंक से कटऑफ से बाहर हो जाएंगे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
परीक्षार्थियों को बोनस अंक देने की मांग
वे आगामी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए योग्य नहीं हो पाएंगे. इस त्रुटि के कारण परीक्षार्थियों को बोनस अंक देने की मांग की जा रही है. देवांगन ने मांग की कि व्यापमं इसे संज्ञान लेकर जल्द इस पर आवश्यक कदम उठाए.
बता दें कि छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रदेश के 33 जिलों में आयोजित की गई थी. प्रथम पाली में 65.21 फीसदी और द्वितीय पाली की परीक्षा में 67.81% परीक्षार्थी शामिल हुए थे.
परीक्षा के लिए 4 लाख 85 हजार लोगों ने किया था आवेदन
वहीं परीक्षा के लिए 4 लाख 85 हजार लोगों ने आवेदन किया था. पहली से पांचवी प्राइमरी तक के लिए 1.90 लाख अभ्यर्थी और छठवीं से 8वीं मिडिल स्कूल की टीचर पात्रता परीक्षा के लिए 2.95 लाख लोगों ने आवेदन भरा था.छत्तीसगढ़ में राज्य बनने के बाद से अब तक टोटल सात बार शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teacher Eligibility Test) हो चुकी है.