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इस शहर में आलू, प्याज़, टमाटर के दाम आसमान पर, बिगड़ा घर का बजट, हर सब्‍जी इतनी महंगी

मेरठ. सब्‍जी के आसमान छूते दामों से आम जनमानस परेशान है और उसका बजट बिगड़ रहा है. इस भीषण गर्मी के मौसम में उसके पसीने तो छूट ही रहे थे, लेकिन आलू, प्‍याज, टमाटर के दाम उसके होश उड़ा रहे हैं. सब्‍जी दुकानदारों ने बताया कि हर सब्‍जी दो-तीन गुनी कीमत पर बिक रही है, लेकिन ख़ासतौर से टमाटर के दाम तीन से चार गुने हो गए हैं. दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी की वजह से उत्पादन में कमी आई है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में उत्पादन में कमी आने की वजह से टमाटर की आवक कम हुई है.इस गर्मी ने आम आदमी को बेहाल कर ही रखा है. अब सब्ज़ियों के बढ़ते दाम ने रही सही कसर पूरी कर दी है. आलू, प्याज़, टमाटर, नींबू, मिर्च, धनिया सब महंगा हो गया है. ख़ासतौर से टमाटर के दाम तो पिछले हफ्ते की तुलना में दोगुने हो गए हैं. आलू प्याज़ के दाम भी आसमान छू रहे हैं. मेरठ की सदर बाज़ार सब्ज़ी मंडी में सब्ज़ी दुकानदार और खरीदार दोनों ही बेहाल नज़र आए.आम जनता पर दोहरी मार, भीषण गर्मी और बहुत महंगी सब्‍जीसब्ज़ी ख़रीदारों का कहना है कि गर्मी ने तो उन्हें हलकान कर ही रखा है अब रही सही कसर सब्ज़ियों के बढ़ते दाम ने पूरी कर दी है. महिलाओं का कहना है कि भीषण गर्मी और प्रचंड महंगाई ने जीना मुहाल कर रखा है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि जैसे वो खरीदते हैं वैसे ही बेचते हैं. दुकानदारों ने बताया कि ख़ासतौर से टमाटर के दाम इसलिए पिछले हफ्ते की तुलना में दोगुने हो गए हैं क्योंकि दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी की वजह से उत्पादन में कमी आई है.उत्‍पादन में कमी के कारण बढ़ गए दाममहाराष्ट्र कर्नाटक केरल आंध्र प्रदेश तमिलनाडु में टमाटर के उत्पादन में कमी आने की वजह से टमाटर की आवक कम हुई हैं. वहीं अऩ्य हरी सब्ज़ियों के दाम बढ़ने के पीछे की वजह भी गर्मी को ही माना जा रहा है क्योंकि उनकी आवक कम हो गई है. सब्ज़ियों के दाम की करें तो हरी मिर्च 100 रुपये किलो, धनिया 200 के पार. फुटकर में टमाटर 60 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. लौकी, तुरई, भिंडी, पालक, गोभी, अरबी के पत्ते, खीरा आदि बेलदार फसलें हर दिन पानी मिलने पर भी झुलस रही हैं. इसलिए सब्ज़ी मंडी आते-आते इनके दाम भी बढ़ जा रहे हैं. कह सकते हैं कि गर्मी और महंगाई की जुगलबंदी आजकल सब्ज़ी मंडी में देखने को मिल रही है.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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