वंदे मातरम् मां भारती की साधना और आराधना की प्रेरक अभिव्यक्ति : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
वंदे मातरम के 150 वें स्मरणोत्सव पर हुआ सामूहिक गायन, प्रधानमंत्री श्री मोदी के उद्बोधन का हुआ सीधा प्रसारण
‘वंदे मातरम’ के उद्घोष से आज़ादी की राष्ट्रीय चेतना का किया गया स्मरण
कवर्धा, नवंबर 2025। राष्ट्रीय चेतना को स्वर देने वाले, देश को अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध एकजुटता के सूत्र में पिरोने वाले भारत के राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के सुअवसर पर स्मरणोत्सव का आयोजन पूरे देश में उत्साह और उल्लास के साथ किया जा रहा है। कबीरधाम जिले में वंदे मातरम के सामूहिक गान का आयोजन शासकीय कार्यालयों, स्कूल कालेज में किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम जिला पंचायत कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित हुआ। जहां दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्मरणोत्सव से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन का सीधा प्रसारण किया गया।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि वंदे मातरम् मां भारती की साधना और आराधना की प्रेरक अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम’ के सामूहिक गान का एक प्रवाह, एक लय और एक तारतम्य हृदय को स्पंदित कर देता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ का मूल भाव मां भारती है, यह भारत की शाश्वत संकल्पना, स्वतंत्र अस्तित्व-बोध और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ भारत की आज़ादी का उद्घोष था, जिसने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने और स्वाधीन भारत के स्वप्न को साकार करने की प्रेरणा दी। स्वतंत्रता आंदोलन में यह गीत क्रांतिकारियों की आवाज़ बना और यह केवल प्रतिरोध का स्वर नहीं, बल्कि आत्मबल जगाने वाला मंत्र बन गया। श्री मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ में भारत की हजारों वर्षों पुरानी सभ्यता, संस्कृति और समृद्धि की कहानी समाहित है। विदेशी आक्रमणों और अंग्रेज़ों की शोषणकारी नीतियों के बीच ‘वंदे मातरम’ ने समृद्ध भारत के स्वप्न का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत के नए स्वरूप का उदय देख रही है, जो अपनी परंपरा, आध्यात्मिकता और आधुनिकता के समन्वय से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना स्वतंत्रता संग्राम के समय था, और यह गीत सदैव हमारे हृदयों में अमर रहेगा। इस अवसर पर कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेश चंद्रवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुषमा गणपत बघेल, जिला पंचायत सभापति श्री रामकुमार भट्ट, डॉ. बीरेन्द्र साहू, श्री विजय पटेल, श्री रामकिंकर वर्मा सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
शासकीय कार्यालयों, पंचायत भवनों, स्कूलों और कॉलेजों में हुआ सामूहिक गायन
वंदे मातरम के 150 वें स्मरणोत्सव पर जिले के शासकीय कार्यालयों, पंचायतों, नगरीय निकाय, स्कूल और कॉलेज में वंदे मातरम का सामूहिक गायन किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, छात्र-छात्राएँ और ग्रामीणजन बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस अवसर पर सभी ने भारत माता के प्रति निष्ठा, समर्पण और एकता की भावना से ओतप्रोत होकर वंदे मातरम का गायन किया। पूरा जिला देशभक्ति के भाव से सराबोर हो उठा।





