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जुलाई से आएगा असली मानसून, 29-30 जून को अति भारी बारिश का अलर्ट

प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार तेज बारिश के बावजूद भोपाल में इस बार बारिश की गतिविधियां कम हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब तक सेंट्रल एमपी में कोई मजबूत सिस्टम नहीं बना और टफ लाइन भी सेंट्रल से नहीं गुजर रही। इसलिए यहां नमी के कारण हल्की बारिश की गतिविधियां बन रही हैं। 30 जून के आसपास एक लो प्रेशर एरिया बंगाल की खाड़ी में बनेगा। इससे जुलाई में अच्छी बारिश होगी।

द्रोणिका का दिख रहा असर

बादल बन रहे हैं (Mp Weather)। मौसम सुहाना है लेकिन एक सप्ताह में दो बार तेज बारिश हुई। जबकि भौपाल में जून में औसत बारिश 132.8 होनी चाहिए, जबकि अब तक 125.9 मिमी बारिश हुई है। अब अगर दो दिन में 8 मिमी बारिश होती है तो औसत बारिश का कोटा पूरा हो सकता है। पिछले पांच सालों में यह दूसरी बार है, जब जून में कम बारिश हुई है। इसकी वजह टफ लाइन को बताया जा रहा है। पाकिस्तान व राजस्थान के बीच के क्षेत्र में जब लो प्रेशर सिस्टम बनता है तो उससे निकलने वाली रेखा ट्रफ लाइन (द्रोणिका) कहलाती है।

अगले 2 दिन इन जिलों में अलर्ट

रविवार, 29 जूनः 11 जिलों में ऑरेंज और 5 जिलों में येलो अलर्ट (heavy rain alert) 

गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

सोमवार, 30 जून: 18 जिलों में ऑरेंज और अन्य जिलों में येलो अलर्ट (heavy rain alert) 

ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, टीकमगढ़,छतरपुर, दमोह, सतना, पन्ना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, मंडला, सिवनी और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, जबलपुर, इंदौर-उज्जैन समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है।

बौछारों से फिर एक डिग्री गिरा पारा

राजधानी में शनिवार को भी बादल छाए रहे साथ ही शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बौछारें भी पड़ी। इस दौरान शहर का अधिकतम तापमान 28.8 और न्यूनतम 23.6 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में फिर 1.2 डिग्री की गिरावट आई है।

एक्सपर्ट व्यू

मौसम विशेषज्ञ जीडी मिश्रा के अनुसार, जून में प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है लेकिन भोपाल में अपेक्षाकृत कम है। इसका कारण यह इस बार सेंट्रल मप्र से ट्राफ लाइन नहीं गुजर रही है। अब तक जो भी सिस्टम बने हैं, उससे उत्तरी पूर्वी हिस्सों में ज्यादा बारिश हुई है, जबकि अरब सागर के सिस्टम से मालवा, निमाड़ में अच्छी बारिश हो रही है. इसकी तुलना में सेंट्रल एमपी में कम बारिश है। (heavy rain alert)

Manoj Mishra

Editor in Chief

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