राजस्थान की राजधानी जयपुर को छोटी काशी के नाम से जाना जाता है. यहां, पर अनेकों ऐसे मंदिर हैं जिनको लेकर अनोखी मान्यताएं हैं. ऐसा ही एक मंदिर जयपुर ग्रामीण के बागावास गांव स्थित है. यहां पर भगवान राम के भक्त भगवान हनुमान का मंदिर मौजूद है. इस चमत्कारी मंदिर को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर में नारियल चढ़ने और बालाजी को भोग लगाने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है
बालाजी मंदिर के चमत्कार की चर्चा दूर-दूर तक है. मंदिर चमत्कार से जे जुड़ी कई कहानियां है. गांव में प्रवेश होते ही सड़क किनारे बड़े भू-भाग पर बालाजी मंदिर का निर्माण है. मंदिर में स्थापित मूर्ति को लेकर कई की किंदतिया है. इस मंदिर की मूर्ति आसमान से धरती पर आई इसलिए इसे आकाशी वाले बालाजी मंदिर कहां जाता है. मंगलवार शनिवार को अक्सर यहां बड़ी संख्या में दूरदराज से भक्त आते हैं.मंदिर से जुड़ी खास जानकारियां
आकाशी बालाजी मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित बालाजी की मूर्ति भव्य व बहुत सुंदर है. मंदिर के एक हिस्से में शिव परिवार भी विराजमान है. यहां किसान अक्सर एक नारियल के साथ पहुंचते है. भक्त बताते हैं. यह मंदिर चमत्कारी मंदिर है. यहां किसान नलकूप व कुआं खुदाई से पहले मीठे पानी की मन्नत लेकर आते हैं. किसान नारियल के आधार पर ही अपने कुएं में नलकूप की खुदाई करते हैं. मंगलवार के दिन इस मंदिर में दूर दराज से भक्त आते हैं. विशेष तौर पर यहां नागौर, सीकर, जयपुर, कुचामन, डीडवाना, कोटा सहित राज्य के अनेकों जिलों से बड़ी संख्या में अलग-अलग शहरों से भक्त आते हैं.बालाजी को नारियल के भोग से जमीन से निकलता है पानी
भक्तों की मान्यता के अनुसार आकाशी बालाजी मंदिर में नारियल का भोग लगाने से जमीन में बोलवेल कराने पर 100 प्रतिशत मीठा पानी निकलता है. इस कारण स्थानीय लोग यहां खीर, चूरमा, नारियल और जलते अंगारे लेकर आते हैं और बालाजी को भोग लगाते हैं.