सागर: बुंदेलखंड के लोग आज भी सदियों पुरानी संस्कृति को अपनाएं हुए हैं. यहां आज भी लोग दादी-नानी के जमाने के नुस्खे आजमा रहे हैं. अब तो कई नुस्खे आधुनिक जमाने की जरूरत बन गए हैं. अब साधारण से फल बेर को ही ले लीजिए, इसे लोग आमतौर पर सर्दी के सीजन में खाते हैं. लेकिन, बुंदेलखंड में जाड़े के दिनों में आने वाले इन फल का सही इस्तेमाल गर्मी में दिखता है. गर्मी में यह फल लोगों की प्यास बुझाता है.
दअरसल, सर्दी में बुंदलेखंड में बेर बड़ी मात्रा मिलता है. तब लोग इसे सुखाकर एकत्र कर लेते हैं. फिर गर्मी में अलग-अलग तरह से इसको खाते हैं. इनमें से बेर से बनी एक डिश है लब्दो. इसे खाना भी बेहद पसंद किया जाता है. कहते हैं कि लब्दो खाने से गर्मी में प्यास बुझ जाती है. साथ ही इसके रस को पीने से लू से बचा जा सकता है. इसके अलावा गर्मी के समय में इस फल को खाने के और भी कई फायदे हैं.
लब्दो बनाने की रेसिपी
सागर की द्रोपदी बाई बताती हैं कि सबसे पहले सर्दी के सीजन में बेर को एकत्र कर सुखा लें. 10- 5 दिन में जब यह पूरी तरह से सूख जाते हैं तो इनको सुरक्षित रख लेते हैं. गर्मी का मौसम आने पर जितने सूखे बेर का हमें उपयोग करना होता है, उनकी अच्छी तरह से पानी से धुलाई कर लेते हैं. फिर इन्हें भिगोकर दो-तीन घंटे के लिए रख देते हैं. उसे पानी को अलग करते हैं. प्रेशर कुकर या भगोने में धुले हुए बेर को डालते हैं. फिर इनमें साफ पानी और गुड़ डालकर उबालने के लिए रख देते हैं. तीन-चार घंटे तक उबलने दिया जाता है. इसके बाद जब यह तैयार हो जाते हैं तो इन्हें ठंडा होने के लिए रख देते हैं. फिर उसको खाया जाता है. स्वादानुसार नमक-मिर्च भी लोग मिलाते हैं. यह खाने में बेहद ही स्वादिष्ट होते हैं. खट्टा-मीठा स्वाद लोगों को दीवाना बना देता हैक्या कहते हैं डॉक्टर
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में के डॉ. मनीष जैन बताते हैं कि बेर में नींबू और संतरे से अधिक मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत रखता है. गर्मी के दिनों में इसे खाना फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद फाइबर की वजह से डाइजेशन भी अच्छा होता है. बेर खाने से हार्ट हेल्दी रहता है. इसके जूस से लू से बचा जा सकता है. साथ ही जिनको ज्यादा प्यास लगती है, वे ऐसे सूखे बेर को उबालकर खाएं तो उनकी प्यास कम लगेगी और शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाएगी.