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भाई की शादी में छपवा दिया ऐसा कार्ड…जो तुरंत हो गया Viral, पढ़कर लोगों को होगा अपनेपन का एहसास

कोरबा. जीवन में कुछ अलग करने की हर किसी की चाहत होती है. अगर शादी की बात की जाए, तो जिंदगी के खास लम्हों में से यह एक होता है. यही वजह है कि लोग अपनी शादी-विवाह में अन्य लोगों से कुछ अलग करना चाहते हैं. आमतौर पर शादियों के कार्ड हिंदी और अंग्रेजी भाषा में ज्यादा छपते हैं लेकिन अब छत्तीसगढ़ी भाषा में भी लोग शादी का कार्ड छपवाने लगे हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ी बोली को स्थापित करने की मंशा रखने वालों को भी यह अच्छा लगता है. लोगों का मानना है कि ऐसे करने से कहीं न कहीं छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा मिलेगा और सबसे मुख्य बात यह आधुनिकता के विलुप्त होती बलियो के शब्द सहेजे जा सकेंगे. साथ ही इस कार्ड को पढ़कर लोगों को अपनेपन का एहसास होगा.आमंत्रण कार्ड बनाने वाले शहर के दिलीप मेरी ने बताया कि उनके भाई का विवाह हो रहा है और उन्होंने अपनी बोली(भाषा) को सहेजने छत्तीसगढ़ी में कार्ड छपवाने की सोची. आमतौर पर लोग आमंत्रण पत्र हिंदी या अंग्रेजी भाषा में छपवाते हैं, लेकिन अब लोग छत्तीसगढ़ी भाषा में छपवाना पसंद कर रहे हैं. इसके पीछे का मुख्य उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा मिले और इसे सहेजा जा सके. आमतौर पर लोग छत्तीसगढ़ी बोली बोलते है लेकिन आधुनिकता के दौर में जो पुराने शब्द हुआ करते थे वह विलुप्त होते जा रहे हैं. सामान्य बोलचाल वाले लोग छत्तीसगढ़ी को ही बोलते हैं या समझते हैंशादी कार्ड में इस तरह लिखे हुए हैं शब्द
दुलउरिन का मतलब दुल्हन, दुलरवा बाबू का मतलब दूल्हा और दुल्हन, रद्दा जोहईया-मतलब राह निहारत नयन, अगोरा म-आपके इंतजार में, सुआगत करईया-स्वागताकांक्षी, नेवतईया, नेंग जोग, मड़वा छवंई, चुलमाटी, तेलमाटी, तेल, मायन, हरदाही, बरात, भांवर, आदि छत्तीसगढ़ी भाषा का उपयोग में लाया गया है.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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