देश दुनिया

बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी सुरक्षा, मालदा में बांग्लादेशियों के लिए होटलों के दरवाजे बंद

पड़ोसी देश बांग्लादेश में अशांत परिस्थिति के बीच घने कोहरे ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा की चुनौती बढ़ा दी है। इस परिस्थिति में बंगाल के कूचबिहार जिले में 549 किलोमीटर लंबी सीमा पर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था की गई है। बीएसएफ ने पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया है।

वॉच टावरों से निगरानी कड़ी कर दी गई है

पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और नाइट विजन कैमरे तथा वॉच टावरों से निगरानी कड़ी कर दी गई है। मेखलीगंज और चेंगड़ाबांधा जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठिए और तस्कर कोहरे का लाभ उठा सकते हैं। कई जगहों पर कांटेदार तार की बाड़ अभी पूरी नहीं हुई है, जिससे खतरा और बढ़ जाता है।

बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि सर्दी में कोहरे का फायदा उठाकर मवेशी तस्करी और अवैध घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं। इसी कारण सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। इमीग्रेशन चेकपोस्ट और तीनबिघा कॉरिडोर पर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पासपोर्ट धारक यात्रियों का आवागमन यहां से होता है, जबकि तीनबीघा कारिडोर बांग्लादेशी एनक्लेव के लिए महत्वपूर्ण है।

उत्तर बंगाल फ्रंटियर के अधिकारियों ने बताया कि जवानों की संख्या बढ़ाई गई है और खुफिया नेटवर्क सक्रिय है। ऐसे सीमा पर सुरक्षा हमेशा सख्त रहती है। कोहरे जैसी प्राकृतिक बाधाओं के बावजूद हम कोई कमी नहीं रख रहे। ड्रोन, नाइट विजन डिवाइस और अतिरिक्त पेट्रोलिंग से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

मालदा में बांग्लादेशियों के लिए होटलों के दरवाजे बंद

मालदा संवाददाता के अनुसार, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के विरोध में मालदा में बांग्लादेशियों के लिए होटलों के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। मालदा होटल ऑनर्स एसोसिएशन ने इस आशय का निर्देश जारी कर दिया है। अब तक मेडिकल वीजा या छात्र वीजा लेकर आने वाले बांग्लादेशियों को यहां के होटलों में जगह दी जाती थी, लेकिन वर्तमान स्थिति में इसे पूरी तरह बंद किया जा रहा है।

मालदा होटल आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णेंदु चौधरी ने कहा कि वहां से पासपोर्ट-वीजा जारी नहीं हो रहा है, इसलिए हमने बांग्लादेशियों को होटल में कमरे देना बंद कर दिया है। हम बांग्लादेश की स्थिति को लेकर चितित हैं। दूसरी ओर, बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर गश्त बढ़ाकर दोगुनी कर दी है। सीमा पर जवानों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button