बिहार में ठंड की आहट के बीच मौसम ने अपना रंग बदल दिया है। राज्य के अधिकतर हिस्सों में बादलों ने अपना डेरा जमा लिया है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक राज्य में आंधी, बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफानी मोंथा के प्रभाव से दक्षिण बिहार, उत्तर बिहार और सीमांचल के कुछ जिलों में 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक भारी से अति भारी बारिश की आशंका है।
मौसम विभाग ने बुधवार 29 अक्टूबर को 25 से ज्यादा जिलो में आंधी, बारिश और बिजली का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गयाजी, औरंगाबाद, कैमूर, बक्सर, नवादा, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण जिले में कुछ जगहों पर भारी बारिश के आसार हैं। वहीं, पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, छपरा, बेगूसराय समेत आसपास के जिलों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने का खतरा बना रहेगा।
बिहार में 30 अक्टूबर का मौसम पूर्वानुमान
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार गुरुवार 30 अक्टूबर को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और सुपौल जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां अति भारी बारिश की आशंका है। वहीं, अन्य सभी जिलों में आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट है। गुरुवार को मुजफ्फरपुर, सारण, वैशाली, बक्सर, कैमूर, रोहतास औरंगाब, अरवल, मधेपुरा, और सहरसा जिले में भी भारी बारिश के आसार बने रहेंगे।
बिहार में 31 अक्टूबर का मौसम पूर्वानुमान
इसके बाद 31 अक्टूबर को सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिले में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अन्य सभी जिलों में भी आंधी और ठनका का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार को पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुर, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार जिले में भारी बारिश हो सकती है
1 नवंबर से राज्य में बारिश संबंधित गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। हालांकि, सीमांचल और पूर्वी बिहार में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात हो सकती है। तब तक मौसम खराब होने पर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।





