कलेक्टर गोपाल वर्मा ने नेवारी शिविर में किसानों व ग्रामीणों की समस्याएं मौके पर सुलझाईं
जिले में राजस्व समाधान शिविर से ग्रामीणों को मिल रही गांव में ही त्वरित सेवाएं
ग्राम नेवारी में राजस्व शिविर के माध्यम से 112 आवेदनों का किया गया निराकरण
कवर्धा, अगस्त 2025। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के द्वार तक त्वरित, पारदर्शी एवं सुलभ राजस्व सेवाएं पहुंचाने की महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इस पहल के अंतर्गत गांव-गांव में विशेष राजस्व समाधान शिविर आयोजित कर विभिन्न सेवाएं स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसी क्रम में ग्राम नेवारी में आयोजित शिविर ने न केवल ग्रामीणों की वर्षों से लंबित समस्याओं का त्वरित निराकरण किया, बल्कि शासकीय सेवाओं को समयबद्ध एवं भरोसेमंद तरीके से सीधे उनके गांव में सेवाएं प्रदान की गई।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा आज राजस्व समाधान शिविर स्थल पर पहुंचकर उपस्थित ग्रामीणों, किसानों और महिलाओं से संवाद कर उनकी आवेदनों को लिया और तत्काल आवेदनों का निराकरण भी किया। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर इस पहल की विशेषताओं और उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में कबीरधाम ऐसा पहला जिला है, जहां एक साथ 24 राजस्व निरीक्षक सर्किलों में विशेष राजस्व समाधान शिविरों की शुरुआत की गई है। ये शिविर 23 जुलाई से प्रारंभ है जो 29 अगस्त 2025 तक चलेंगे। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री विनय पोयाम, एसडीम श्री चेतन साहू, तहसीलदार परमेश्वर मंडावी, जनपद सीईओ श्री शैलेश सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बताया कि नेवारी में इससे पहले 8 और 9 जुलाई को राजस्व शिविर आयोजित किए गए थे, जिनमें 120 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 112 का निराकरण किया जा चुका है और शेष आवेदन प्रक्रियाधीन हैं। जिसका जल्द ही निराकरण किया जाएगा। इस दौरान कलेक्टर ने स्वयं ग्रामीणों से आवेदन प्राप्त किए और कई प्रकरणों का निराकरण मौके पर ही किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि इन शिविरों का उद्देश्य है कि ग्रामीणों को जिला या तहसील कार्यालय के चक्कर लगाए बिना उनके ही गांव में राजस्व संबंधी समस्याओं का समाधान मिले। उन्होंने बताया कि राजस्व समस्याका गांव में ही निराकरण के लिए समाधान रथ जैसी आधुनिक मोबाइल सेवा का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें कंप्यूटर, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन और प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद हैं। यह लोक सेवा केंद्र से जुड़ा है, जिससे नामांतरण, खसरा, नक्शा, गिरदावरी और एग्रीस्टैक पंजीयन जैसे कार्य तुरंत किए जा सकते हैं।
कलेक्टर ने बताया कि राजस्व सेवाओं के साथ-साथ इन शिविरों में आधार कार्ड निर्माण, बैंक खाता खोलना, आयुष्मान कार्ड निर्माण, स्वास्थ्य परीक्षण, विद्यार्थियों के लिए आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र जारी करना और किसानों का एग्रीस्टैक में पंजीयन जैसे कार्य भी किए जा रहे हैं। शिविर की सूचना गांव-गांव में कोटवारों द्वारा मुनादी के माध्यम से दी जा रही है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। शिविर में प्राप्त 120 आवेदनों में नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, अशुद्धलेख सुधार, नक्शा बटांकन, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र जैसे विषय प्रमुख रहे। इसमें 112 समस्याओं का निराकरण किया गया है। शेष आवेदन का निराकरण जल्द ही पूरा हो जाएगा।
शिविर में बताया गया कि जिले के अन्य राजस्व समाधान शिविर 13 को दशरंगपुर, 18 को छिरहा, 19 को कुंडा, 20 को दामापुर, 21 को मोहगांव, 22 को कुकदूर, 25 को कोदवागोड़ान, 27 को पंडरिया, 28 को बाद्यामुड़ा और 29 को रमतला में आयोजित किए जाएंगे। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने सभी राजस्व अधिकारियों को शिविरों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने तथा अधिकतम ग्रामीणों को लाभ पहुंचाने के लिए समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।