छत्तीसगढ़

धरती आबा अभियान से आदिवासी अंचलों में पहुंचेगी योजनाओं की रोशनी , कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने समय-सीमा बैठक में की समीक्षा

धरती आबा अभियान से आदिवासी अंचलों में पहुंचेगी योजनाओं की रोशनी , कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने समय-सीमा बैठक में की समीक्षा

वंचितों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है प्राथमिकता धरती आबा अभियान को 15 जुलाई तक बढ़ाया गया

कवर्धा,  जून 2025। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा बैठक के दौरान जिले में संचालित राज्य शासन की प्राथमिकता योजनाओं और कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से भारत सरकार द्वारा आदिवासी अंचलों के समग्र विकास के लिए प्रारंभ किए गए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की प्रगति पर फोकस किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य है कि सरकार की योजनाओं से अब तक वंचित विशेष पिछड़ी जनजातियों एवं आदिवासी परिवारों को शिविरों के माध्यम से लाभ पहुंचाया जाए। इसके लिए सभी संबंधित विभागों को पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी से कार्य करना होगा।
बैठक में जानकारी दी गई कि धरती आबा अभियान के अंतर्गत 15 जून से 30 जून तक प्रस्तावित शिविरों की समय-सीमा को बढ़ाकर अब 15 जुलाई तक कर दिया गया है, जिससे अभियान को और अधिक विस्तार दिया जा सकेगा। जिले में अब तक 42 शिविरों का आयोजन हो चुका है और शेष 275 आदिवासी बहुल ग्रामों में जागरूकता एवं संतृप्ति शिविर आयोजित किए जाने हैं। बोड़ला के 226, पंडरिया के 41, स.लोहारा के 7 और कवर्धा विकासखंड के 1 ग्राम इस अभियान में शामिल हैं। 15 जुलाई तक समय बढ़ाये जाने के बाद शिविरों की संख्या और बढ़ जाएगी।
कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्देशित किया कि सभी विभाग शिविरों में आधार कार्ड, राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, जनधन खाता, जीवन ज्योति एवं सुरक्षा बीमा योजना, पेंशन योजनाओं जैसे हितग्राहीमूलक योजनाओं को प्राथमिकता दें। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक जिन पात्रों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उन्हें विशेष रूप से चिन्हांकित कर लाभान्वित किया जाए।
कलेक्टर ने सक्रिय मानसून और कृषि कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को मौसमी एवं जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। साथ ही मीडिया एडवाइजरी जारी कर ग्रामीणों को सावधान करने के भी निर्देश दिए। बरसात के समय सांप एवं अन्य जहरीले जीव-जंतुओं के काटने पर त्वरित उपचार के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया गया।
उन्होंने जिले में खाद-बीज की मांग के अनुसार भंडारण, परिवहन और अग्रिम उठाव पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। वहीं, मां के नाम एक पेड़ अभियान के तहत पौधारोपण की तैयारियों की समीक्षा करते हुए वन, शिक्षा, आदिम जाति, कृषि, महिला एवं बाल विकास सहित संबंधित विभागों को निर्देशित किया।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री जनमन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा खेल गतिविधियों से जुड़े कार्यों जैसे मिनी स्टेडियम, पुल-पुलिया, सड़कों एवं आंगनबाड़ी भवनों की प्रगति की भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ श्री अजय त्रिपाठी को वनांचल क्षेत्रों में सतत निरीक्षण और समीक्षा कर योजनाओं की प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मोर गांव, मोर पानी अभियान के तहत ग्रामीण अंचलों में बनाए गए सोख पीठों की भी समीक्षा की और अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य शासन की प्राथमिकता योजनाओं और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा द्वारा निर्देशित कार्यों की सतत समीक्षा की जाएगी और प्रगति में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अजय त्रिपाठी, अपर कलेक्टर श्री विनय पोयाम, अपर कलेक्टर डॉ. मोनिका कौड़ों, सभी एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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