जिले में मलेरिया माह जून के लिए तैयारियां, अति संवेदनशील क्षेत्र झलमला में समीक्षा बैठक और कार्ययोजना तैयार
रोकथाम, उपचार और जनजागरूकता पर विशेष बल
कवर्धा, जून 2025। जिले के अति मलेरिया संवेदनशील क्षेत्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झलमला में मलेरिया नियंत्रण के लिए रणनीति तय करने के उद्देश्य से एक समीक्षा सह प्रशिक्षण बैठक का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. राज के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। बैठक की अध्यक्षता खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पुरुषोत्तम सिंह राजपूत ने की। इस अवसर पर जयंत कुमार (जिला व्हीबीडी सलाहकार), रूपेश साहू (बीपीएम), बालाराम साहू (जिला समन्वयक, रेडक्रॉस) सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक में जून माह को “मलेरिया माह” के रूप में प्रभावी ढंग से मनाने की योजना बनाई गई। मलेरिया नियंत्रण के लिए व्यापक रणनीतियों पर चर्चा करते हुए रोकथाम, त्वरित उपचार और जनजागरूकता गतिविधियों पर विशेष बल दिया गया।
बैठक में मलेरिया नियंत्रण और रोकथाम के लिए निर्देश जारी किए गए। जिसमें मच्छरदानी का नियमित उपयोग। जलभराव की रोकथाम, नीम पत्ती का धुआँ, मच्छर अगरबत्ती जैसे घरेलू उपाय। त्वरित जांच किट और स्लाइड टेस्ट की तकनीकी जानकारी साझा की गई। बैठक में मलेरिया पॉजिटिव मामलों में दवा का पूरा कोर्स कराना अनिवार्य किया गया। दवाओं की खाली पत्तियाँ मितानिनों को सौंपने के निर्देश दिए गए। दूरस्थ गाँवों में दवा व टेस्ट किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गई। सामग्री वितरण के अंतर्गत मलेरिया टेस्ट किट, कीटनाशक दवाएँ, क्लोरोक्विन गोलियाँ, मच्छर अगरबत्तियाँ आदि है।
मलेरिया माह के दौरान विभिन्न जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। रैलियाँ, स्वास्थ्य शिक्षा शिविर, कोटवार के माध्यम से मुनादी, ग्राम प्रमुखों, शिक्षकों और जनप्रतिनिधियों की बैठकें, बैगा-गुनिया सम्मेलन, छात्रावासों, स्कूलों, आश्रमों में जांच अभियान, घर-घर जाकर नीम पत्ती का धुआँ और गड्ढों को पाटने की गतिविधियाँ, साथ ही, मौसमी बीमारियों जैसे उल्टी-दस्त, डायरिया, और सर्पदंश से बचाव के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बैठक में ओआरएस पैकेट का वितरण, गंभीर मामलों की तत्काल सूचना, सर्पदंश के मामलों में मरीज को तुरंत सीएचसी भेजने के निर्देश दिए गए।
मलेरिया, एक संक्षिप्त परिचय
मलेरिया एक संक्रामक रोग है, जो प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होता है और संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह रोग अधिकतर उन क्षेत्रों में फैलता है जहाँ जलभराव, अधिक नमी और जंगल से सटे गाँव होते हैं।
मुख्य लक्षण
तेज बुखार, ठंड लगना, कंपकंपी, सिरदर्द, पसीना आना, उल्टी, पेट दर्द, कमजोरी और थकान।
उपचार
त्वरित जांच (स्लाइड या रैपिड किट द्वारा), उपयुक्त एंटीमलेरियल दवाओं का पूरा कोर्स, पोषण और देखभाल पर ध्यान आदि।