आईआईटी में पढ़ाई करने वाले अपने जीनियस माइंड और लीक से हटकर सोचने के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. वर्तमान में आईआईटियन दुनिया की कई दिग्गज कंपनियां लीड कर रहे हैं. लेकिन आईआईटी में एडमिशन पाना आसान तो नहीं होता. इसके लिए दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक जेईई मेन और एडवांस अच्छी रैंक के साथ क्वॉलिफाई करना पड़ता है. जेईई परीक्षा क्वॉलिफाई करने वालों में से भी कम ही लोगों को आईआईटी बॉम्बे जैसे शीर्ष संस्थान में का मौका मिल पाता है. लेकिन कुछ प्रतिभाशाली लोग ऐसे भी होते हैं जिनका मन आईआईटी बॉम्बे में भी नहीं लगता और इसे छोड़ देते हैं. श् साल 2015 में परीक्षा मध्य प्रदेश के सतना के रहने वाले सतवत जगवानी ने जेईई एडवांस नंबर-1 रैंक से टॉप किया था. उन्होंने सात्वत ने इसके बाद आईआईटी बॉम्बे में एडमिशन लिया. लेकिन इस आईआईटी जेईई टॉपर ने दो साल बाद ही आईआईटी बॉम्बे छोड़कर अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में दाखिला ले लिया. सतवत के पिता डॉ. मनोज जगवानी और माता डॉ. भूमिका जगवानी पेशे से चिकित्सक हैं. माता-पिता चाहते थे बेटा भी डॉक्टर बने. लेकिन सतवत को मैथ्स का जुनून है.
सतवत जगवानी के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, उन्होंने 2020 में एमआईटी से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन पूरा किया. फिर यहीं से मास्टर्स की डिग्री भी ली. अब वह अमेरिकी बेस्ड सॉफ्टवेयर कंपनी कैडेंस डिजाइन सिस्टम्स में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर के रूप में काम कर रहे हैं. जिसकी स्थापना साल 2021 में एक आईआईटी ग्रेजुएट ने की थी.
देते थे जेईई की तैयारी करने वालों के सवालों के जवाब
सतवत जगवानी ने आईआईटी जेईई में नंबर-1 रैंक हासिल करने के बाद अपनी Quora प्रोफाइल और यूट्यूब चैनल बनाया था. जहां वह आईआईटी जेईई की परीक्षा की तैयारी करने वालों के सवालों के जवाब दिया करते थे. साथ ही प्रोग्रामिंग भी सिखाते थे.
आईआईटी बाम्बे छोड़ने वाले सतवत अकेले टॉपर नहीं
सतवत जगवानी के आईआईटी बॉम्बे छोड़कर एमआईटी जाने के फैसले ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया था. लेकिन वह एमआईटी में जाने के लिए आईआईटी बॉम्बे छोड़ने वाले वह एकमात्र आईआईटी जेईई टॉपर नहीं हैं. जेईई एडवांस 2014 में ऑल इंडिया 1 रैंक हासिल करने वाले चित्रांग मुर्डिया ने आईआईटी बॉम्बे में बीटेक कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया था. लेकिन उन्होंने फिजिक्स पढ़ने के लिए आईआईटी बॉम्बे छोड़कर MIT में एडमिशन ले लिया.