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पृथ्वी दिवस 2025 के अवसर पर वेदांता एल्युमीनियम ने 650वीं फ्लाई ऐश रेक की आपूर्ति के साथ सर्कुलर इकोनॉमी में दिया योगदान

कंपनी अपने सभी प्रचालनों में सर्कुलर इकोनॉमी, जैव विविधता की बहाली और सौर-आधारित परिवर्तन को दे रही है बढ़ावा
रायपुर/ भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्युमीनियम ने अपनी विशिष्ट उपलब्धियों के साथ विश्व पृथ्वी दिवस 2025 मनाया, जिनमें जैव विविधता संरक्षण, वेस्ट-टू-वैल्थ इनिशिएटिव और नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाना शामिल हैं। ये प्रयास कंपनी के मुख्य प्रचालन में सस्टेनेबिलिटी को आगे बढ़ाने और अपनी लोकेशंस के आसपास के ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के एकीकृत दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।

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हाल ही में झारसुगुडा में वेदांता के मेगा एल्युमीनियम प्लांट से 650वीं फ्लाई ऐश रेक के डिस्पैच के रूप में अहम् उपलब्धि हासिल की गई थी। मार्च 2022 से, कंपनी ने प्रमुख सीमेंट निर्माताओं को 1.5 मिलियन टन से अधिक फ्लाई ऐश और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) परियोजनाओं में उपयोग के लिए 3 मिलियन टन की आपूर्ति की है। एमएसएमई उद्यमों द्वारा फ्लाई ऐश ईंट निर्माण के लिए अतिरिक्त 0.3 मिलियन टन की आपूर्ति की गई है। अकेले वित्त वर्ष 25 में, 223 रेक भेजे गए, जिससे कंपनी को अपने सभी प्रचालनों में 113 प्रतिशत फ्लाई ऐश उपयोग हासिल करने में मदद मिली। आसान ट्रैकिंग और डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए सभी कन्साइन्मेंट जीपीएस-एनेबल्ड हैं, साथ ही ऐश डाइक (जहाँ फ्लाई ऐश को शुरू में संग्रहीत किया जाता है) की स्थिति की निगरानी भी इन-सार और ड्रोन के माध्यम से की जाती है।
इसके अलावा, वेदांता एल्युमीनियम ने व्यापक जैव विविधता और कार्बन न्यूनीकरण परियोजनाओं के लिए पीडब्ल्यूसी के साथ हाथ मिलाया है, भारत सरकार के अभियान ’एक पेड़ माँ के नाम’ के अंतर्गत झारसुगुडा में ’मातृवन’ पहल के तहत 1 लाख से अधिक पौधे लगाए हैं और वेदांता के आगामी 430 किलो टन प्रति वर्ष (केटीपीए) कास्ट हाउस का सर्पोट करने के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए गेल के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

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पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में वेदांता एल्युमीनियम की विभिन्न इकाइयों ने जागरूकता और सहभागिता कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित कीः

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ओडिशा के लांजीगढ़ में गोइपेटा गाँव से 145 प्रतिभागी पृथ्वी दिवस सत्र में शामिल हुए, जिसमें चित्रकला प्रतियोगिता और पर्यावरण जागरूकता अभियान शामिल थे। 15,000 से अधिक पौधे लगाए गए, जिनमें 500 खतरे में पड़े ’क्लोरोक्सिलॉन स्वेटेनिया’ के पौधे शामिल थे, जबकि 31 जल संचयन संरचनाओं ने 2.5 लाख घन मीटर क्षमता का निर्माण किया, जिससे 250 किसानों को लाभ हुआ।

ओडिशा के झारसुगुडा में ओपीएमपी राजकीय बालिका विद्यालय के सहयोग से पृथ्वी दिवस गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें 170 छात्राओं और शिक्षकों ने पौधारोपण अभियान के अलावा पोस्टर-मेकिंग और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लिया।

छत्तीसगढ़ के कोरबा में, वेदांता एल्युमीनियम की इकाई बाल्को ने एनर्जी ऑडिट और व्यवहार परिवर्तन पहल के माध्यम से आंतरिक सस्टेनेबिलिटी तंत्र के महत्व को सुदृढ़ किया, जो पृथ्वी दिवस की थीम ’हमारी शक्ति, हमारा ग्रह’ के अनुरूप विशिष्ट बिजली खपत को कम करने पर केंद्रित था।

वेदांता ने अपनी खदानों के आसपास 417 सौर लाइटें लगाई हैं और स्थानीय समुदायों के लिए 11 सौर बोरवेल चालू किए हैं। ओवरबर्डन डंप पर 10,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं, प्रतिपूरक वनरोपण के माध्यम से 1.7 लाख पौधे और समर्पित मियावाकी वन के माध्यम से 8,000 पौधे लगाए गए हैं।

इन पहलों के महत्व पर टिप्पणी करते हुए, वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ श्री राजीव कुमार ने कहा, ’’वेदांता एल्युमीनियम में, पृथ्वी दिवस केवल एक ही दिन नहीं मनाया जाता, बल्कि हम पर्यावरण और भावी पीढ़ियों के प्रति जवाबदेही के साथ हर दिन पृथ्वी के पर्यावरण के लिए प्रयासरत रहते हैं। चाहे वह हमारी 650वीं फ्लाई ऐश रेक का डिस्पैच हो, खदानों में नवीकरणीय हस्तक्षेप हो, या खतरे में पड़ी प्रजातियों को पुनर्स्थापित करना हो, हमारी कोशिशें औद्योगिक विकास को हरित, ज्यादा सस्टेनेबल दृष्टिकोण के साथ जोड़ने पर केंद्रित हैं।’’

भारत के डीकार्बनाइजे़शन लक्ष्यों और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के साथ वेदांता एल्युमीनियम अपने सस्टेनेबिलिटी विज़न को मिला कर रखता है, जिसमें 2050 तक या उससे पहले नेट ज़ीरो हासिल करने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप शामिल है।

वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता लिमिटेड का एक व्यवसाय है, जो भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 में भारत के आधे से अधिक एल्युमीनियम यानि 24.2 लाख टन का उत्पादन किया है। यह वैल्यू-ऐडेड एल्युमीनियम उत्पादों में अग्रणी है, जिनका कोर इंडस्ट्रीज़ में बेहद महत्वपूर्ण इस्तेमाल होता है। वैश्विक एल्युमीनियम उद्योग में एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 विश्व रैंकिंग में वेदांता एल्युमीनियम दूसरे स्थान पर है, यह उपलब्धि सतत विकास अभ्यास हेतु कंपनी की प्रतिबद्धता की परिचायक है। भारत में अपने विश्व स्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर, एल्यूमिना रिफाइनरी और बिजली संयंत्रों के साथ कंपनी धरती के हरेभरे कल के लिए ’भविष्य की धातु’ के रूप में एल्युमीनियम की उभरती एप्लीकेशंस को बढ़ावा देने के अपने मिशन पर निरंतर आगे बढ़ रही है।
www.vedantaaluminium.com

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Manoj Mishra

Editor in Chief

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