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संतरे से 7 गुना विटामिन, पालक से 25 गुना आयरन, बीमारियों का दुश्मन है यह पौधा, आंख..फेफड़े..दिमाग सब रहेगा फिट

जहानाबाद. हजन यानी मोरिंगा अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. यह शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी है. इसके पत्ते, फलियां, फूल और छाल का इस्तेमाल अलग-अलग बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है. सहजन में विटामिन सी, विटामिन ए के साथ-साथ कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. इस कारण से सहजन को सुपरफूड भी माना जाता है. यह ब्लड प्रेशर नियंत्रण, रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने, पाचन मजबूत करने में बड़ा असरकारक होता है. ऐसे में इतनी खूबियों से भरे इस पेड़ के एक एक चीज के क्या फायदे हैं?जहानाबाद के होम्योपैथी के चिकित्सक डॉक्टर आमिर अनवर से बात की. इसे लेकर उन्होंने कहा कि सहजन बॉडी के सूजन को कंट्रोल करने का काम करता है. यह शुगर को भी नियंत्रित करने का काम करता है. इसके साथ-साथ जख्म भरने में भी सहजन काफी ज्यादा मददगार साबित होता है. इतना ही नहीं, सहजन की यह भी खूबियां हैं कि कैंसर सेल को भी बढ़ने नहीं देता है, इसे यह रोक कर रखता है. सहजन हमारे आंख, फेफड़े, दिमाग को सुरक्षित रखने में सहायक है.विटामिन मौजूद
डॉक्टर आमिर अनवर के मुताबिक, वृद्धावस्था में अक्सर लोगों में भूलने की भी बीमारी होने लगती है. ऐसे में सहजन का सेवन इससे मुक्ति दिला सकता है. सहजन यानी मोरिंगा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहतरीन फूड है. अब तक का जो रिसर्च है उसके मुताबिक, सहजन के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इसमें दूध से 7 गुना ज्यादा कैल्शियम मौजूद होता है. वहीं, गाजर से 10 गुना ज्यादा विटामिन ए और संतरे से सात गुना ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है. इतना ही नहीं, पालक साग से 25 गुना ज्यादा आयरन पाया है. हालांकि, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हैं, जिसमें आप इसका सेवन ज्यादा मात्रा में नहीं कर सकते हैं.लोग रहें सतर्क
डॉक्टर आमिर अनवर के अनुसार, सहजन के सेवन से प्रेगनेंट लेडी और फीड करने वाली मां को बचा कर रखना जरूरी है. सहजन विटामिन ए बी 2 और सी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है. इसका सेवन कई प्रकार से कर सकते हैं. इसकी पत्तियों से पाउडर भी तैयार कर सकते हैं. इसके अलावा अन्य कई प्रकार से सहजन का सेवन कर सकते हैं. यह शरीर के लिए काफी लाभकारी है. सहजन की पत्तियां हमारे शरीर को काफी फायदा पहुंचा सकती है. जहानाबाद में भी सहजन की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इसके व्यापार से सैकड़ों किसान जुड़े हुए हैंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें.  जगन्नाथ दो5 कॉमकिसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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