भोपाल शहर को कैपिटल रीजन बनाने के लिए रायसेन, मंडीदीप, सीहोर, विदिशा तक डेवलपमेंट एक्सटेंशन प्लान बनेगा। इंदौर के मास्टर प्लान में इस फार्मूले के तहत आसपास के जिलों को शामिल कर कैपिटल रीजन का स्वरूप दिया गया है। ऐसे में अब भोपाल के मास्टर प्लान की योजना अधर में लटक गयी है।अधिकारी कैपिटल रीजन विजन डॉक्यूमेंट 2047 को ध्यान में रखकर कार्य कर रहे हैं। मास्टर प्लान-2047 के ड्राफ्ट में राजधानी के आसपास के 51 गांवों को जोड़ा गया है।
बनाया जा रहा विकास प्लान
इससे केपिटल रीजन का प्लानिंग एरिया 813.92 वर्ग किमी से बढ़कर 1016.90 वर्ग किमी हो जाएगा। इधर, निगम और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग जैसे विभाग धारा-16 के तहत निर्माण अनुमतियां जारी कर रहे हैं। राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार ही शहर के विकास का प्लान बन रहा है। जल्द ही ड्रॉफ्ट और प्लान पर दावे आपत्ति लिए जाएंगे। श्रीकांत बनोठ, संचालक टीएंडसीपी
ये गांव प्लानिंग एरिया में आएंगे
51 गांवों में फंदा कलां, खोरी, बरखेड़ा सालम, परवलिया सड़क, चंदू खेड़ी, कुराना, मनीखेड़ी, कोट, निपानिया, सूखी सेवनिया, पिपलिया जाहिरपीर, अनंतपुरा, शांतिनगर, आदमपुर छावनी, बिलखिरिया कला, सांकल पडरिया, जमुनियाकलां, पिपलिया हर्टला, बगरौदा, बंगरसिया, खुर्चनी, आर्तला, समसपुरा, बाबलीखेड़ा, कालापानी, गोल, शोभापुरा, पंचामा, बंदोरी, सुरैया नगर, खाड़ाबाद, पिपलया रानी, समरधा जैसे गांव शामिल हैं।