इंदौर सहित पांच जिलों की अलग-अलग सीमाओं को मिलाकर प्रस्तावित इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन का एरिया तय हो गया है। 24-25 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समय इसका एरिया ड्राफ्ट नोटिफाई हो जाएगा। गुरुवार को इसे स्थानीय जनप्रतिनिधियों को दिखाया गया। यह भी बताया कि यह क्यों जरूरी है। इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (आईएमआर) में अब कुल 9937.51 वर्ग किमी का हिस्सा होगा।
- 5 जिले आईएमआर में
- 28 तहसील
- 9 हजार गांव होंगे शामिल
- 24 साल में 7 गुना विस्तार हुआ इंदौर का
2001 से 2011 के दौरान 32% ग्रोथ थी नए रीजनल प्लान में इंदौर का 100 प्रतिशत हिस्सा, उज्जैन जिले का 45%, देवास का 29%, धार 7% और शाजापुर का 0.54 % एरिया (मक्सी वाला) शामिल किया गया है। इन पांच जिलों की 28 तहसील के करीब 9 हजार गांव भी इस दायरे में होंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा और जनसंख्या नियमों के तहत यह एरिया तय किया जा रहा है।
शहरीकरण और तेजी से विकास के कारण इंदौर शहर और उसके आसपास की ग्रोथ लगातार हो रही है। साल 2001 से 2011 के दौरान इंदौर शहर की ग्रोथ 32 प्रतिशत थी वहीं इसकी परिधि (पेरीफेरी) में 50 प्रतिशत से अधिक की विकास दर थी। इंदौर शहर की परिधि में जो विस्तार 2024 में हुआ, यह साल 2000 की तुलना में सात गुना ज्यादा है।