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अमित शाह के लिफ्ट में फंसने वाली घटना क्या है? लालू ने छेड़ी 9 साल पुरानी बात तो BJP ने ऐसे किया रिएक्ट

पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटना की रैली में जमीन माफिया को उल्टा करके सीधा लटकाने की बात कही। जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू परिवार पर केस चल रहा है। इस मामले पर पत्रकारों ने लालू यादव से रिएक्शन चाहा तो उन्होंने साल 2015 में भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एक लिफ्ट में ‘फंस’ जाने की घटना का जिक्र कर दिया। दो दिन पहले पालीगंज में आयोजित एक रैली में शाह ने राजद पर जमीन हड़पने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था, उन्हें उल्टा लटकाकर सीधा करने की बात कही थी।

लालू ने शाह दिलाई लिफ्ट में फंसने की याद

बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ लालू यादव पहुंचे थे। पार्टी के तीन अन्य उम्मीदवारों और सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के एक उम्मीदवार भी साथ थे। विधानसभा परिसर लालू प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि क्या वो (अमित शाह) लिफ्ट के अंदर फंस नहीं गए थे? वो फिर फंस जाएंगे।

9 साल पहले पटना के लिफ्ट में फंस गए थे अमित शाह

लालू यादव का इशारा साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान की एक घटना की ओर था, जब अमित शाह अपनी पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए पटना आए थे। पटना के राज्य अतिथि गृह की एक लिफ्ट में आधे घंटे तक फंस गए थे। इस दौरान उनके साथ कई दूसरे नेता भी थे। तब इस बात की सियासी गलियारे में खूब चर्चा हुई थी।

2015 बिहार विधानसभा चुनाव में हार गई थी बीजेपी

संयोग से बिहार में उस उक्त चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों को हार का सामना करना पड़ा था, जबकि जनता दल यूनाइटेड, राजद और कांग्रेस वाले महागठबंधन ने शानदार जीत हासिल हुई थी। हालांकि, वो सरकार ज्यादा दिनों तक चल नहीं सकी, मगर आरजेडी और कांग्रेस के लिए संजीवनी जरूर साबित हुई। लंबे समय बाद दोनों ही पार्टियों ने सत्ता का स्वाद चखा था। वैसे, जदयू प्रमुख नीतीश कुमार हाल ही में महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापस आ गए हैं।

शाह पर लालू के हमले से बीजेपी के नेता लाल-पीला

लालू यादव की टिप्पणी पर भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद दशकों से राजनीति में हैं। लेकिन उन्होंने कभी भी ऐसा कुछ नहीं कहा जिसे गंभीरता से लिया जा सके। वहीं, सुशील मोदी ने भी बयान जारी कर लालू यादव तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद की सत्ता चली गई, लेकिन अहंकार की ऐंठन नहीं गई।
इनपुट- भाषा

Manoj Mishra

Editor in Chief

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