मेरठ से गुरुवार को अगवा हुई दो नाबालिग छात्राएं शुक्रवार को अलीगढ़ के लोधा थाना क्षेत्र के गांव गोविंदपुर फगोई में मिली। दोनों छात्राओं को पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर बरामद किया। पूछताछ में दोनों छात्राओं ने अपना पता मेरठ बताया। इसके बाद अलीगढ़ पुलिस ने मेरठ पुलिस से संपर्क कर दोनों बच्चियों को सकुशल सुपुर्द किया। शनिवार को दोनों छात्राओं के पहले पुलिस फिर मजिस्ट्रेट के सामने बयान हुए। छात्राओं का मेडिकल भी कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट क्लीन आई है। वहीं छात्राओं ने कोर्ट और पुलिस को बताया कि वो दिल्ली घूमने के लिए घर से अपनी मर्जी से गई थी। बाद में गलत बस में बैठने के कारण अलीगढ़ पहुंच गई। सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला ने बताया कि छात्राओं ने छेड़छाड़ और किडनैपिंग की बात से इंकार किया है।
दिल्ली घूमने के लिए घर से गई लड़कियां पुलिस के अनुसार पुलिस पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि वो दोनों पक्की सहेलियां हैं। काफी दिनों से उन्हें दिल्ली घूमने जाना था। लेकिन घरवाले उनको लेकर नहीं जा रहे थे। इसलिए गुरुवार को वो दोनों खुद ही स्कूल के बहाने घर से निकली और दिल्ली की बस में बैठकर दिल्ली चली गईं। दिल्ली में घूमने के बाद उन्हें घर वापस आना था। लेकिन वो और घूमना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने घर पर बताया कि आज स्कूल में एक्स्ट्रा क्लास है। हम लोग उसी में है इसलिए देर होगी। घरवाले भी निश्चिंत हो गए।
गलत बस में बैठकर पहुंची अलीगढ़ घूमते-घूमते छात्राओं को काफी देर हो गई। वो घर आने का टाइम भूल गईं। उन्होंने दिल्ली में एक स्थानीय व्यक्ति से मदद मांगी। उक्त व्यक्ति ने दोनों छात्राओं की परेशानी समझते हुए उनके लिए एक ओला कैब मेरठ तक के लिए बुक कर दी। लेकिन मम्मी-पापा से पिटाई के डर के कारण छात्राएं कैब में घर वापस नहीं लौटी। वहां से आईएसबीटी चली गईं। बस अड्डे से छात्राओं ने गलती से मेरठ के बजाय अलीगढ़ की बस पकड़ ली। दोनों उसी बस में बैठ गई।
अलीगढ़ में ग्रामीणों ने पुलिस को दी सूचना इस तरह दोनों लड़कियां मेरठ की बजाय अलीगढ़ पहुंच गई। जहां अलीगढ़ पहुंचने पर वो खुद लोधा थाना क्षेत्र के गांव गोविंदपुर फगोई के पास उतरी और पैदल चलते-चलते गांव तक पहुंच गई। गांव में जाकर छात्राएं खुद उस धर्मशाला में गई। जब गांव में एक ग्रामीण ने दो अंजान लड़कियों को देखा तो उसने छात्राओं से उनके घर के बारे में पूछताछ शुरू कर दी।
घरवालों ने थाने में की शिकायत इसके बाद ग्रामीण ने ही छात्राओं की जानकारी लोधा पुलिस को दी। पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों छात्राओं को रेस्क्यू किया। उनका पता पूछकर मेरठ पुलिस से संपर्क कर दोनों बच्चियों को सुपुर्द किया। वहीं मेरठ में जब दोनों बच्चियां घर नहीं आई तो घरवाले परेशान हो गए। उन्हें लगा कि बच्चियों को किसी ने किडनैप कर लिया है। इसलिए घरवालों ने भावनपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
अब पुलिस ने जो बताया वो पढ़िए सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला ने बताया कि छात्राओं ने कोर्ट और पुलिस दोनों के सामने छेड़छाड़ और खुद को बंधक बनाने की बात से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि वो अपनी मर्जी से दिल्ली घूमने गई थी गलती से अलीगढ़ पहुंच गई थी। छात्राओं के परिजनों ने भी किडनैपिंग और छेड़छाड़ की बात से इंकार किया है। बाकी छात्राओं से अन्य पूछताछ की जा रही है।