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टमाटर के भाव ने तोड़ा रिकॉर्ड, एशिया की सबसे मंडी में इतने रुपये किलो पहुंचे रेट

महंगाई दर में आए दिन बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। अभी फिलहाल महंगाई रूकने का नाम नही ले रही है। आए दिन किसी न किसी चीज के रेट में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सब्जियों के रेट (vegetable price) तो इन दिनों बढ़ते ही जा रहे है। इस त्योहारी सीजन इनके कम होने के भी कोई आसार नही है। एक चीज भी सस्ती होती नजर नही आ रही है। एक चीज सस्ती होती है, तो तब तक दूसरे खाद्य पदार्थ महंगे  हो जाते हैं।

आम जनता तो अब इस महंगाई के चलते अपना बजट तक सेट नही कर पा रही है। दो वक्त की रोटी के लिए लोगों  को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं अब टमाटर की कीमतें (tomato price today) भी नवरात्रों में बढ़ती ही जा रही है। आंध्र प्रदेश स्थित एशिया की सबसे बड़ी टमाटर मंडी (Asia’s largest tomato market) मदनपल्ले में थोक मूल्य 90 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि अब रिटेल मार्केट में टमाटर का रेट (tamater ka rate) 100 रुपये किलो के पहुंच जाएगा। अनंतपुर के थोक बाजार में भी इसी तरह के आंकड़े दर्ज किए गए, बुधवार को कीमतें 91 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गईं।

कीमतों में वृद्धि का कारण

अब हर कोई ये सोच रहा है कि इनके रेट में आखिर ये वृद्धि हो क्यो रही है। इसके पीछे ऐसा क्या ठोस कारण है। ऐसे में आपको बता दें कि कीमतों में वृद्धि का कारण आस-पास के राज्यों में भारी बारिश को माना जा सकता है, जिसने टमाटर की फसलों (tomato crops) को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया है। इतना ही नही, इसके साथ ही बारिश ने टमाटर की सप्लाई चेन को भी प्रभावित किया है। कहा जा रहा है कि डिमांड (tomato demand) के अनुसार, मंडियों में टमाटर की आवक नहीं हो रही है। इससे कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। त्योहारी सीजन दशहरा और दीवाली के समय कीमतों (tamater ki kimat) में और बढ़ोतरी होने की भी बात कही जा रही है। मतलब महंगाई अभी और ज्यादा रूलाने वाली है।

स्थानीय बाजारों से टमाटर खरीद रहे व्यापारी

हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार आंध्र प्रदेश के कई जिलों में किसान बड़े स्तर पर टमाटर की खेती (tomato farming) करते हैं। बता दें कि यहां से दूसरे राज्यों में भी टमाटर की सप्लाई की जाती है। लेकिन बारिश से फसल बर्बादी ने विशेष रूप से अन्नामय्या, चित्तूर और अनंतपुर जिलों से टमाटर की मांग बढ़ा दी है। बता दें कि इन क्षेत्रों के व्यापारी अब स्थानीय बाजारों से टमाटर खरीद रहे हैं और उन्हें अन्य राज्यों में निर्यात कर रहे हैं।

इसके अलावा, आंध्र प्रदेश में टमाटर की कीमतों (tomato prices in andhra pradesh) में यह तेजी तब तक जारी रहने की उम्मीद है जब तक कि पड़ोसी राज्य फसल के नुकसान से उबर नहीं जाते और ताजा उपज उपलब्ध नहीं हो जाती। तो अभी इनके रेट में रियायत के कोई आसार नजर नही आ रहे है।

इतनी जमीन पर हो रही टमाटर की खेती

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मदनपल्ले के एक व्यापारी के अनुसार, पड़ोसी राज्यों से टमाटर की बढ़ती मांग (demand for tomatoes in mandi) और स्थानीय आपूर्ति में वृद्धि के कारण कीमतें बढ़ गई हैं। हमें पूरे त्यौहारी सीजन में कीमतों में लगातार वृद्धि की उम्मीद है। खासकर कर्नाटक और तमिलनाडु में।

वहीं, 2 अक्टूबर को मदनपल्ले बाजार में 84 मीट्रिक टन टमाटर की आवक हुई। बेहतरीन क्वालिटी के टमाटर (best quality tomatoe price) की कीमत 90 रुपये किलो थी। वहीं, अन्नामय्या जिले में दैनिक उत्पादन पिछले महीने के 1,435 मीट्रिक टन से बढ़कर 1,824 मीट्रिक टन हो गया है। क्योंकि किसानों ने टमाटर की रकबा बढ़ा दिया है। किसानों ने 22,985 एकड़ में टमाटर की खेती (tomato farming area) की है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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