जबलपुर. जब किसी के घर में किलकारियां गूंजती हैं तो जश्न मनाया जाता है. बधाइयों का सिलसिला चलता है. परिवार में खुशी का माहौल होता है. लेकिन, मध्यप्रदेश के जबलपुर में उल्टा हुआ. यहां एक मां ने बच्चे को जन्म दिया और इसके बाद उसके ससुराल और मायके में पुलिस पहुंच गई. खुशी के मौके पर पुलिस पहुंची को देख परिजनों के होश उड़ गए. महिला के पति मां-बाप और सास-ससुर पर FIR हो गई.दरअसल, मामला नवविवाहिता के प्रसव से ही जुड़ा है. यहां एक महिला का मझौली के स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव हुआ. जैसे ही डॉक्टरों ने महिला का रिकॉर्ड बनाने के लिए आधार कार्ड मांगा वैसे ही महिला की उम्र देखकर उनके होश उड़ गए. महिला तो नाबालिग निकली. मझौली निवासी नाबालिग का विवाह डेढ़ साल पहले 23 वर्ष के युवक से हुआ था. उस दौरान किशोरी की उम्र महज 15 साल थी.पता चला कि दोनों ने मिलकर परिवार की सहमति से विवाह रचाया था. कुछ दिन पहले ही किशोरी अपने पति के साथ डिलीवरी कराने मझौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी. डॉक्टरों ने रिकॉर्ड के लिए किशोरी का आधार कार्ड मांगा, तब किशोरी की उम्र करीब 16 साल 6 महीने थी. डॉक्टरों ने तत्काल ही मझौली पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज किया.पति, सास-ससुर, मां-बाप पर FIR
मझौली थाना प्रभारी जेपी द्विवेदी ने बताया कि नाबालिग के प्रसव की सूचना स्वास्थ्य केंद्र से मिली थी. किशोरी की उम्र 18 वर्ष से कम है, जबकि पति वयस्क है. परिजनों ने पूछताछ के दौरान बाल विवाह की बात स्वीकार की है. लिहाजा, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम और पोक्सो एक्ट का मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है. इसमें नाबालिग के माता-पिता, पति और सास-ससुर को आरोपी बनाया गया है. गौरतलब है इसके पहले भी मझौली में इसी तरीके का मामला सामने आया था, जहां 15 साल 6 महीने की उम्र में एक किशोरी गर्भवती मिली थी.

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