हिन्दू धर्म के लगभग घरों में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की प्रतिमा होती है. भक्त इनकी सेवा करते हैं और किसी बच्चे की तरह उन्हें रखते हैं. घर में कोई भी खाने पीने की चीज आती है तो सबसे पहले लड्डू गोपाल के लिए रखी जाती है. वहीं सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक उनका पूरा ख्याल रखा जाता है. हम जब लड्डू गोपाल को स्नान कराते हैं तो वस्त्र भी हर रोज बदलते हैं. वहीं उन्हें त्योहार या विशेष दिन नए कपड़े पहनाने की परंपरा है, लेकिन क्या आप जानते हैं उनके कपड़ों से जुड़े कई सारे नियम भी हैं. जिनका ध्यान आपको रखना चाहिए. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे से.
पुराने वस्त्र नहीं पहनाना चाहिए
लड्डू गोपाल के लिए नए वस्त्र हर रोज लाना संभव नहीं होता. ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या हम उन्हें पुराने वस्त्र पहना सकते हैं? तो आपको बता दें कि उन्हें कभी भी ऐसे वस्त्र नहीं पहनाना चाहिए जो फटे हों, फिर से सिलकर या जिनसे सजावट की गई हो.ऐसे वस्त्र हो जाते हैं खंडित
लड्डू गोपाल के वस्त्रों पर हमेशा ईश्वर का आशीर्वाद जुड़ा रहता है. यदि लड्डू गोपाल के वस्त्र फट जाते हैं तो वे खंडित माने जाते हैं और जिस तरह खंडित मूर्ति की पूजा नहीं की जाती, वैसे ही खंडित वस्त्रों का उपयोग भी वर्जित माना जाता है.फटे वस्त्रों का क्या करें?
यदि लड्डू गोपाल के वस्त्र फट जाते हैं तो आपको सम्मान पूर्वक वस्त्रों को जमीन के अंदर गाड़ देना चाहिए. इस दौरान आपको जमीन की कम से कम 1 फिट खुदाई करना चाहिए. इसके अलावा आप ऐसे कपड़ों को फेंकने की जगह अपने घर में किसी सजावट की चीज बनाने में भी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं.