देश दुनिया

बलौदाबाजार आगजनी और तोड़फोड़ की सीबीआई करे जांच: चंद्रशेखर आजाद

बलौदाबाजार: 10 जून को बलौदाबाजार में भीड़ में घुसे उपद्रवियों ने एसपी और कलेक्टर ऑफिस को आग के हवाले कर दिया था. हंगामा इतना जोरदार कि कई दिनों तक प्रसासन ने इलाके में धारा 144 लागू रखी. 20 दिन से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी बलौदाबाजार आगजनी केस में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. यूपी के नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आज भाटापारा पहुंचे. सभा के मंच से चंद्रशेखर ने हिंसा को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला. चंद्रशेखर ने दावा किया कि हिंसा के बाद समुदाय विशेष के लोगों को चुन चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. आजाद ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.

सीबीआई करें आगजनी और हिंसा की जांच: नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन के जरिए आजाद ने निष्पक्ष जांच की मांग की. बिना नाम लिए आजाद ने कहा कि प्रशासन की ओर से जान बूझकर कुछ लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान आजाद ने हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया. प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि दोषी को सजा मिले न कि निर्दोष को. आजाद ने मांग की है कि जिन लोगों को बिना दोष के पकड़ा गया है उनको जल्द से जल्द सरकार रिहा करे.

जब रोने लगे पीड़ित के पिता: जनसभा के दौरान भीम आर्मी के सुप्रीमो के सामने भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े के पिता रोने लगे. जांगड़े के पिता ने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है. पुलिस ने बेवजह गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. चंद्रशेखर आजाद ने पिता के दर्द को सुनते ही उनको गले से लगा लिया. आजाद ने जांगड़े के पिता से वादा किया जल्द ही उनके बेटे को छुड़ाने के लिए वो कोशिश करेंगे. किसी निर्दोष को सजा नहीं इस बात का ध्यान प्रशासन को भी रखना चाहिए.

निर्दोषों को किसी भी कीमत पर सजा नहीं होनी चाहिए. मामले की सीबीआई से जांच कराएं. दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. हमारे लोग शांति के साथ चलने वाले लोग हैं. शांति के नाम पर जिन लोगों ने हिंसा की उनपर कार्रवाई होनी चाहिए. जिन लोगों ने गुफा में तोड़फोड़ की उनको पकड़ा जाना चाहिए. एक महीने बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अन्याय के खिलाफ मैं दिल्ली में जाकर गृहमंत्री से चर्चा करुंगा. समाज विशेष को जो बदनाम करने की साजिश रची है वो कामयाब नहीं होगी. भीड़ में जो उपद्रवी लोग थे उन लोगों ने तोड़फोड़ की. सरकार ने आंदोलन को कुचलने की कोशिश की है. सरकार दोषियों को बचाने की कोशिश में है. जांच पूरी हुई नहीं और सजा देने का काम सरकार ने शुरु कर दिया. जिन लोगों ने अन्याय के खिलाफ न्याय की आवाज उठाई उनको दबाया जा रहा है.– चंद्रशेखर आजाद, भीम आर्मी चीफ

क्या हुआ था 10 जून को बलौदाबाजार में:बलौदाबाजार में दस जून को प्रदर्शन चल रहा था. प्रदर्शन में शामिल उपद्रवियों ने अचानक हंगामा और आगजनी शुरु कर दी. भीड़ में शामिल समाज विरोधी तत्वों ने एसपी और कलेक्टर दफ्तर को आग के हवाले कर दिया. आगजनी की घटना में कलेक्टर और एसपी का दफ्तर पूरी तरह से जलकर खाक हो गया. उपद्रवियों ने 150 से ज्यादा गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. घंटों आग की लपटों में गाड़ियां और सरकार भवन घिरा रहा. भीड़ की पुलिस के साथ भी धक्का मुक्की होती रही. जांच के दौरान भीम आर्मी के कुछ लोगों का नाम घटना में सामने आया. पुलिस ने अबतक इस मामले में 150 से ज्यादा लोगों को पकड़ा है और उनसे पूछताछ जारी है.

Manoj Mishra

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button