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27वीं किस्त: बहनों के खाते में आएंगे ₹1500 – मुख्यमंत्री का ऐलान

मध्य प्रदेश सरकार अपनी महिलाओं के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता और सम्मान बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन्हीं में से एक है ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’, जिसे राज्य में जून 2023 से लागू किया गया है। इस योजना का हर महीने लाखों महिलाओं को इंतजार रहता है क्योंकि इसके तहत उनके बैंक खातों में हर माह आर्थिक सहायता भेजी जाती है। सरकार का उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना और उन्हें परिवार तथा समाज में महत्वपूर्ण भूमिका देने का है।अगस्त 2025 महिलाओं के लिए बेहद खास रहने वाला है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐलान किया है कि रक्षाबंधन पर्व से पहले इस बार महिलाओं को डबल तोहफा मिलेगा। सरकार 7 अगस्त 2025 को ही 27वीं किस्त के साथ-साथ रक्षाबंधन के ‘शगुन’ के रूप में भी पैसे खातों में डालेगी। इससे लाखों महिलाओं के त्योहार की खुशी बढ़ गई है।

लाड़ली बहना योजना क्या है?

लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई महिला कल्याण योजना है। इसका प्रमुख उद्देश्य 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को हर महीने नगद सहायता देना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। योजना के लाभ के लिए महिला का मध्य प्रदेश का निवासी, विवाहित (विधवा/तलाकशुदा/परित्यक्ता सम्मिलित) और उसकी निर्धारित उम्र सीमा के भीतर होना जरूरी है। शुरुआत में महिलाओं को ₹1,000 महीना दिया गया, जिसे बाद में बढ़ा कर ₹1,250 किया गया है और अब त्योहारी मौके पर अगस्त में ₹1,500 मिलेगा। यह राशि महिला के आधार लिंक्ड बैंक खाते में डाइरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए भेजी जाती है जिससे किसी तरह की कोई परेशानी या बिचौलिए की भूमिका नहीं रह जाती।

27वीं किस्त की रकम और देने का तरीका

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 27वीं किस्त अगस्त 2025 में रक्षाबंधन के अवसर पर दी जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐलान किया है कि इस बार महिलाओं के खातों में 1,500 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। इसमें से ₹1,250 हर माह मिलती है जबकि ₹250 इस बार रक्षाबंधन शगुन के तौर पर अतिरिक्त दी जाएगी। राज्य सरकार 1.27 करोड़ महिलाओं के खाते में एक साथ यह रकम ट्रांसफर कर रही है जो कि पूरी पारदर्शिता से सीधा खाते में पहुंचती है।सरकार समय-समय पर ऐसे त्योहारों या खास मौकों पर अतिरिक्त सहायता देती है। पिछले महीनों के रिकॉर्ड देखें तो प्रत्येक माह की 10 से 16 तारीख के बीच किस्त महिलाओं के खाते में आती रही है, लेकिन अगस्त में त्योहार को ध्यान में रखते हुए 7 तारीख को ही DBT के जरिए पैसा ट्रांसफर किया गया है।

पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

लाड़ली बहना योजना का लाभ पाने के लिए जरूरी है कि आवेदिका मध्य प्रदेश की स्थायी निवासी हो, उसकी उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच हो, और वह विवाहित (विधवा/तलाकशुदा/परित्यक्ता सम्मिलित) हो। परिवार की आर्थिक स्थिति भी योजना के दायरे में आती है। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन या लोक सेवा केंद्र के माध्यम से की जा सकती है। जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक, समग्र आईडी, विवाह प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं। आवेदन भरने के बाद उसका सत्यापन होता है और पात्र पाई जाने के बाद महिला को योजना से जोड़ा जाता है।

रकम की स्थिति कैसे चेक करें?

अगर महिला लाभार्थी है तो उसके खाते में तय समय पर राशि स्वत: आ जाती है। फिर भी जो महिलाएं अपनी राशि की स्थिति जांचना चाहें, वे “cmladlibahna.mp.gov.in” की वेबसाइट पर जाकर “आवेदन/भुगतान स्थिति” के विकल्प से अपने आवेदन क्रमांक अथवा समग्र आईडी डालकर पूरी स्थिति देख सकती हैं। नगरीय क्षेत्रों में नेटबैंकिंग, पासबुक एंट्री के अलावा ग्रामीण महिलाओं के लिए बैंक मित्र अथवा ग्राहक सेवा केंद्र (CSC) की मदद भी ली जा सकती है।

भविष्य की योजनाएं और सरकार की बड़ी घोषणाएं

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह भी वादा किया है कि अक्टूबर 2025 अथवा भाई दूज के बाद हर महीने ₹1,500 महिलाओं के खाते में नियमित भेजे जाएंगे। सरकार का लक्ष्य 2028 तक यह मासिक सहायता बढ़ाकर ₹3,000 महीना कर देने का है। इसके अलावा, जो लाभार्थी महिलाएं फैक्ट्री या मिल में नौकरी करेंगी, उन्हें अतिरिक्त ₹5,000 देने की भी योजना सरकार के पास है। यह महिलाओं के लिए आगे और नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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