भिलाई। अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग और अनुसंधान उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, प्रो. ब्लेर्टा प्रेवाला-एटेमी, सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटिंग और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, आरआईटी कोसोवो (एयूके) ने सीमा-पार अनुसंधान साझेदारियों को प्रोत्साहित करने में एक अग्रणी पहल की है। कोसोवो (एयूके) रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यूरोप का एक ग्लोबल कैंपस है। भिलाई के कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज का यूरोपियन यूनिवर्सिटी के साथ हुआ अंतरराष्ट्रीय एआई अनुबंध हुआ है। इसकी घोषणा कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज, छत्तीसगढ़, भारत में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “एडवांसेस एंड एप्लिकेशंस ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग (ICAAAIML)” के दौरान की गई।
यह सहयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से सतत विकास, कंप्यूटिंग में छात्रों की प्रगति, और उन्नत अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना पर केंद्रित है। इन पहलों से शैक्षणिक ज्ञान को वास्तविक जीवन की समस्याओं से जोड़ा जाएगा, जिससे दोनों संस्थानों और उनकी व्यापक समुदायों को लाभ होगा। सम्मेलन की गरिमा को और बढ़ाते हुए, डॉ. देबब्रत सामंता, कार्यक्रम प्रमुख एवं सहायक प्रोफेसर, आरआईटी कोसोवो यूरोप, ने बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में भाग लिया। उनकी उपस्थिति और विचारों ने एआई और मशीन लर्निंग जैसे उभरते तकनीकी क्षेत्रों में वैश्विक सहयोग की महत्ता को और अधिक बल दिया।

यह संयुक्त प्रयास भारत और यूरोप के बीच शैक्षणिक संबंधों में एक नया अध्याय खोलता है और दोनों संस्थानों की नवाचार, ज्ञान विनिमय और भविष्य-केंद्रित शिक्षा के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस सहयोग का उद्देश्य शैक्षणिक अनुसंधान और व्यावहारिक अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटना है, और वैश्विक चुनौतियों का समाधान बहुविषयक अनुसंधान और तकनीकी नवाचार के माध्यम से करना है।

इस ऐतिहासिक अवसर पर, कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज के चेयरमैन आनंद कुमार त्रिपाठी ने सभी को हार्दिक बधाई देते हुए कहा: “यह सहयोग हमारे संस्थान के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। हम इस परिवर्तनकारी पहल का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं, जिससे नवाचार, अनुसंधान क्षमता और हमारे छात्रों के लिए वैश्विक अवसरों में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। संस्थान के निदेशक डॉ. वाई. आर. कटरे, प्राचार्य डॉ. अजय तिवारी एवं उप-प्राचार्य डॉ. रविंद्र शर्मा ने भी इस वैश्विक शैक्षणिक सहयोग में शामिल सभी हितधारकों को हार्दिक बधाई दी तथा नवाचार, अनुसंधान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रति संस्था की प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया।
संस्था के चेयरमैन आनंद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि भिलाई के साथ-साथ ये पूरे देश-प्रदेश के लिए गर्व का विषय है कि यूरोपियन अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से अनुबंध प्रदेश के बच्चों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई दिशा प्रदान करेगा। यूरोपियन विश्वविद्यालय द्वारा कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज में अनुसंधान केंद्र स्थापित कर बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स पर कार्य करने का अभूतपूर्व अवसर प्राप्त होगा। अनुबंध के अनुसार लाइव प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ यूरोपियन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नवंबर 2025 से प्रत्येक समय अंतराल में आकर बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे और साथ ही कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर यूरोप जाकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज के चेयरमैन आनंद कुमार त्रिपाठी जी ने इसे इंजीनियरिंग में एक नई क्रांति के रूप में देखते हुए बधाई दिया और बताया कि कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज के बच्चे अपने 4 साल में यूरोपियन विश्वविद्यालय द्वारा दिए गये लाइव प्रोजेक्ट्स पर कर सकते हैं, जो कि उनके लिए सुनहरा अवसर होगा।
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