अलवर. नए साल की शुरुआत के साथ ठंड भी बढ़ गई है. इस सर्दी के मौसम में इम्यूनिटी सिस्टम काफी कमजोर होने लगता है और अच्छी सेहत व खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. खैरतल तिजारा जिला के जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद ज्ञानानी के अनुसार सर्दियों के मौसम में खानपान पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. इस मौसम में बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाए.सर्दी के मौसम में गुनगुने पानी से नहाना चाहिए. जब आप नहाने जाते हैं तो सिर पर पहले पानी ना डालकर पैरों पर पानी डालें. सिधे सिर पर पानी डालने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. कई बार इसकी वजह से लकवा होने के भी चांस बढ़ जाते हैं. इसलिए गर्म पानी से नहाते वक्त पैरों पर पानी डालकर नहाने की शुरुआत करनी चाहिए. उन्होंने बताया कि इन दिनों जिले में शीतलहर चल रही है. हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर शीत घात से बच सकते हैं.इस सर्दी में कच्ची हल्दी की सब्जी का सेवन करें
बढ़ती ठंड में लोगों को खानपान के लिए कच्ची हल्दी की सब्जी को बाजरे की रोटी के साथ चूरकर सर्दी में खा सकते हैं जिससे आपकी सेहत अच्छी रहेगी. हल्दी की सब्जी को अच्छी सेहत के लिए हर 15 दिन में इसका सेवन करना चाहिए. इसको खाने से इम्यूनिटी पावर बढ़ जाती है. मसाले में दालचीनी, लॉन्ग, छोटी इलायची बड़ी इलायची, तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए. इनका काढ़ा बनाकर नींबू का रस डालर पी सकते हैं जिससे इम्युनिटी पावर बढ़ जाएगी. आयुर्वेद डॉक्टर ने सलाह देते हुए कहा कि मार्केट में बथुआ आ रहा है जिसकी सब्जी बनाकर सर्दी में खाना चाहिए. सर्दी में रात के समय जब रात में बुजुर्ग बार-बार शौचालय जाते हैं तो कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए. जब आप बिस्तर से बाहर निकलते हैं और तुरंत शौचालय जाते हैं तो इससे सर्द गर्म की आशंका बढ़ जाती है.
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