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आहत पिता ने जिंदा बेटी का रखा ‘मृत्युभोज’, शोक पत्रिका छपवाकर पूरे समाज को दिया न्योता

दुनिया के हर मां-बाप अपने बच्चे को काफी नाजों से पालते हैं। मां बच्चे को अपने गर्भ में 9 महीने पालती है और पिता उसकी जरूरत की हर चीज का ध्यान रखता है। बच्चों की छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करने में ही मां-बाप की तो उम्र गुजर जाती है लेकिन कुछ बच्चे इतने त्याग के बाद मां-बाप का दिल दुखा देते हैं। मामला राजस्थान के ब्यावर जिले के बदनोर क्षेत्र का है। यहां माता-पिता की मर्जी के खिलाफ बेटी ने लव मैरिज की जिससे आहत पिता ने अपनी ही बेटी की शोक पत्रिका छपाई है और आज उसका उठावना है। यह शोक पत्रिका पिता ने ही अपने समाज के सोशल मीडिया ग्रुप्स में वायरल कर दी।

बेटी ने मां-बाप को पहचानने से किया इनकार

बदनोर की विमला कुमारी ने परिवार की मर्जी के खिलाफ घर से भागकर अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली तो परिजनों ने उसे मरा घोषित कर दिया‌। माता-पिता बेटी को घर वापस ले जाने के लिए भी आए लेकिन उसने अपने पिता जगदीश कुमार प्रजापत के साथ घर जाने से मना कर दिया‌। पुलिस ने कपल को पकड़कर मां-बाप के सामने पेश किया तो विमला ने अपने माता-पिता को पहचानने से ही इनकार कर दिया। इस बात से पिता इतना आहत हुआ कि उसने बेटी को मरा हुआ मान लिया। पिता ने जिंदा बेटी की शोक पत्रिका छपवा दी, जिसका उठावना आज रखा गया है‌।

मेरा सपना था कि बेटी अध्यापिका बने- पिता

पेशे से ट्रक ड्राइवर लड़की के पिता जगदीश प्रजापत ने कहा, मैंने बड़ी उम्मीद के साथ बेटी को पढ़ाया है। बीए करने के बाद वर्तमान में बीएड की डिग्री की पढ़ाई कर रही है। मेरा सपना था कि मेरी बेटी अध्यापिका बने लेकिन उसने गैर जाति में प्रेम विवाह कर लिया इससे हम पति-पत्नी काफी आहत हो गए हैं। उन्होंने कहा, भविष्य में किसी मां-बाप के साथ हमारे जैसी घटना नहीं हो और हमारे समाज में अच्छा संदेश जाए इसलिए मैंने शोक पत्रिका छपवाई है और घर पर बैठक भी लगाई है जहा आज उसकी अन्य रस्में पूरी की जाएगी।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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