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नीट पेपर लीक: कौन है साजिश के सिकंदर का मददगार मंत्री? जिसकी पैरवी से NHAI गेस्ट हाउस में रुके थे चीटर

नीट (NEET) परीक्षा मामले में अबतक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. बिहार की राजधानी पटना में ‘सरकारी सहयोग’ का सबूत सामने आया है, जो बताता है कि पटना के सरकारी गेस्ट हाउस में पेपर लीक की पटकथा लिखी गई थी. ये बात सामने आई है कि पटना के NHAI गेस्ट हाउस में छात्रों को रुकवाने और आंसर रटाने वाले सॉल्वर गैंग की पहुंच एक मंत्री तक है. गेस्ट हाउस में छात्रों के ठहरने के लिए कथित तौर पर एक मंत्री ने लेटर लिखा था, जिसका नंबर 440 है.मंत्री की पैरवी से सॉल्वर गैंग के जरिए छात्रों को गेस्ट हाउस में ठहराया गया था. गेस्ट के एंट्री रजिस्टर में छात्र अनुराग यादव के नाम के आगे ब्रैकेट में ‘मंत्री जी’ लिखा हुआ है. ये खुलासा होने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि आखिर सॉल्वर गैंग का मददगार मंत्री कौन है? किसके कहने पर मंत्री ने लेटर लिखा था? लेटर नंबर-440 के सामने आने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या सिकंदर यादुवेंद की पहुंच मंत्री तक है या किसी मंत्री का संरक्षण सॉल्वर गैंग को है?पटना एयरपोर्ट के सामने NHAI गेस्ट हाउस में छात्रों के ठहरने की व्यवस्था सिकंदर ने कराई थी. इस मामले में पुलिस ने छात्र अनुराग को अरेस्ट किया है, जो इसी गेस्ट हाउस में अपनी मां और कुछ अन्य अभ्यर्थियों के साथ ठहरा था. टीवी9 भारतवर्ष के पास NHAI के इस गेस्ट हाउस की गेस्ट एंट्री रजिस्टर का वह पन्ना है, जिसमें 4 मई को 12 बजकर 40 मिनट पर अनुराग यादव की एंट्री दर्ज हैबिहार में नीट यूजी पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने पटना के एजी कॉलोनी लालू खटाल के पास एक किराए के मकान से एटीएम कार्ड और पासबुक जब्त किए हैं. इससे पहले जांच के दौरान 6 पोस्ट डेटेड चेक मिले थे. आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार, सभी चेक माफियाओं के नाम जारी किए गए थे.

आशंका यह भी जताई जा रही है कि अभ्यर्थियों से 30-30 लाख रुपये की मांग भी की गई. अबतक बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें 5 नीट यूजी के अभ्यर्थी हैं.

नीट पेपर मामले में अबतक हुए ये खुलासे

  1. मास्टरमाइंड सिकंदर यादुवेंद के खेल का पर्दाफाश.
  2. अलग-अलग बैंक की पासबुक बरामद की गईं.
  3. 6 पोस्ट डेटेड चेक मिले.
  4. बिहार की राजधानी पटना में जले हुए प्रश्न पत्र मिले.

जानिए कौन है सिकंदर यादवेंदु

सिकंदर यादवेंदु इस मामले का किंगपिन यानी कि सरगना है. वो बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. वो एक घोटाले के मामले में जेल भी जा चुका है. पहले रांची में ठेकेदारी का काम करता था. साल 2012 में उसने बिहार SSC परीक्षा पास की और जूनियर इंजीनियर बन गया. उसका बेटा और बेटी दोनों एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. उसका दामाद एमबीबीएस के बाद पीजी कर रहा है. सिकंदर 3 करोड़ के एलईडी घोटाले का आरोपी है. इसी मामले में वो जेल भी जा चुका है.

 

आरोपियों ने कबूल किया है कि 5 मई को परीक्षा थी और पेपर चार मई को ही लीक हो गया था. अभ्यर्थियों से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए थे. पटना ईओयू (इकनॉमिक ऑफेंसेस यूनिट) ने जो 6 पोस्ट डेटेड चेक बरामद किए हैं, ये सभी माफियाओं के नाम जारी किए गए थे. अब ईओयू अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रही है.

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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