छत्तीसगढ़

हेपेटाइटिस के प्रति जन-जागरूकता के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

हेपेटाइटिस के प्रति जन-जागरूकता के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

कवर्धा, अक्टूबर 2025। कबीरधाम जिले में हेपेटाइटिस के संक्रमण से बचाव एवं जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत नगर पालिका कवर्धा के सभागार में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी के समन्वय और चर्चा उपरांत आयोजित किया गया, जिसमें नगर पालिका के समस्त कर्मचारियों का हेपेटाइटिस बी एवं सी की जांच के साथ-साथ सिकलसेल, मधुमेह, ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी अन्य बीमारियों की जांच भी की गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के. तुर्रे ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य हेपेटाइटिस जैसे गंभीर लेकिन रोके जा सकने वाले संक्रमण के प्रति लोगों में जागरूकता लाना है। उन्होंने कहा कि जांच में पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों के सैंपल वायरल लोड जांच हेतु भेजे गए हैं और रिपोर्ट के आधार पर उनका उपचार पूर्ण किया जाएगा। वहीं निगेटिव पाए गए व्यक्तियों का हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण किया गया। डॉ. तुर्रे ने उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हेपेटाइटिस एक ऐसा संक्रमण है जो दूषित रक्त, असुरक्षित इंजेक्शन, संक्रमित सुई, असुरक्षित यौन संबंध और संक्रमित गर्भवती महिला से नवजात शिशु तक पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस के शुरुआती लक्षणों में बुखार, भूख की कमी, थकान, जोड़ों में दर्द, त्वचा में खुजली, गहरे रंग का पेशाब और पैरों में सूजन जैसी समस्याएं शामिल हैं।
शिविर के दौरान जिला नोडल अधिकारी (एन.वी.एच.सी.पी.) डॉ. अनामिका पटेल ने उपस्थित कर्मचारियों और नागरिकों को हेपेटाइटिस से बचाव के उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वच्छता, संतुलित भोजन और सुरक्षित आदतें अपनाकर हेपेटाइटिस से बचा जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि दूषित भोजन और पानी का सेवन न करें, खुले में शौच के लिए न जाएं, इंजेक्शन या रेजर ब्लेड का दोबारा उपयोग न करें और किसी अन्य व्यक्ति के ब्रश, नेल कटर या रेजर जैसी वस्तुएं साझा न करें। डॉ. पटेल ने कहा कि हेपेटाइटिस से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय टीकाकरण है। 0-1 वर्ष के सभी बच्चों को हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगवाया जाना चाहिए। वहीं गर्भवती महिलाओं को भी जांच और आवश्यकतानुसार टीकाकरण करवाना चाहिए ताकि नवजात को संक्रमण से बचाया जा सके।
शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों और तकनीकी दल द्वारा व्यापक जांच की गई। जांच के उपरांत नागरिकों को परामर्श और उपचार संबंधी जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी, स्वास्थ्य अमला, लैब तकनीशियन एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हेपेटाइटिस की जांच, परीक्षण, इलाज और टीकाकरण की सुविधा सभी शासकीय जिला अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए तथा समय-समय पर जांच अवश्य करानी चाहिए। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने हेपेटाइटिस उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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