8 बार के विधायक बृजमोहन अग्रवाल अब करेंगे केन्द्रीय राजनीति, रायपुर दक्षिण से दावेदारों की फौज
भिलाई/रायपुर। रिकार्ड 8 बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन अग्रवाल अब सांसद बन गए हैं। बीते दिनों हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के विकास उपाध्याय को रिकार्ड 5 लाख 75 हजार 285 वोटों से हराया था। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के साथ ही रायपुर दक्षिण विधानसभा में उपचुनाव की कवायद भी शुरू हो गई। बस इंतजार था तो बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे का। सोमवार को बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर के मौलश्री विहार स्थित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के निवास पर जाकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ रायपुर दक्षिण का सस्पेंस खत्म हो गया है। बताया जा रहा है अब इस सीट पर रायपुर नगर निगम के चुनाव के साथ ही उपचुनाव भी कराए जाएंगे।
इधर रायपुर दक्षिण से उपचुनाव की कवायद शुरू हुई और भाजपा व कांग्रेस में चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है। रायपुर दक्षिण विधानसभा में बृजमोहन अग्रवाल एक दमदार नेता हैं और भारतीय जनता पार्टी यहां उन्हीं के पसंद का प्रत्याशी दे सकती है। लोकसभा चुनाव में रिकार्ड जीत से उनका केन्द्र में कद बढ़ गया है। बृजमोहन के रहते यहां से भाजपा का कोई अन्य नेता उभर नहीं पाया। ऐसे में यहां से थोक में दावेदार सामने आ रहे हैं। संभवत: तीन माह बाद निकाय चुनाव की घोषणा हो जाएगी और इससे पहले टिकट की दौड़ शुरू हो गई है। वहीं कांग्रेस पार्टी भी रायपुर दक्षिण में इस बार मजबूत कैंडीडेट उतार कर भाजपा की यह अजेय सीट पर जीत दर्ज करना चाह रही है।
भाजपा के दावेदारों में यह नेता शामिल
रायपुर दक्षिण सीट भाजपा के एक दो नहीं कई नेता दावेदारी कर रहे हैं। इनमें सबसे आगे पूर्व सांसद सुनील सोनी का नाम है। सुनील सोनी की टिकट काटकर बृजमोहन अग्रवाल को लोकसभा चुनाव लड़ाया गया। इसके कारण रायपुर दक्षिण से इनकी दावेदारी मजबूत है। इसके अलावा रायपुर नगर निगम में सीनियर पार्षद सुभाष तिवारी हैं। सुभाष तिवारी को बृजमोहन अग्रवाल का करीबी माना जाता है। इसके अलावा रायपुर दक्षिण के सुंदरलाल शर्मा भी दावेदार है। सुंदरलाल शर्मा ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए भाजपा के दिग्गजों को तीन बार शिकस्त दी है। अभी वे भाजपा में हैं। इसी प्रकार व्यापारियों के बीच अच्छी पैठ रखने वाले केदारनाथ गुप्ता और रायपुर नगर निगम के उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा भी दावेदारों की दौड़ में है।
कांग्रेस में भी कई नेताओं की दावेदारी
भाजपा के साथ ही कांग्रेस में भी दावेदारों की लिस्ट लंबी है। कांग्रेस के पास इस बार इस सीट से जीत दर्ज करने का मौका है क्योंकि यहां इस बार बृजमोहन अग्रवाल नहीं होंगे। कांग्रेस के प्रमुख दावेदारों की बात करें तो सबसे ज्यादा चर्चा कन्हैया अग्रवाल की है। उन्होंने 2018 में बृजमोहन के खिलाफ चुनाव लड़ा और 14 हजार वोटों के अंतर से हार गए थे। कांग्रेस इन्हें दोबारा मौका दे सकती है। इसके अलावा रायपुर के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, कर्मकार मंडल के अध्यक्ष रह चुके सन्नी अग्रवाल, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा और एमआईसी के सदस्य सतनाम पनाग दावेदार हैं। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल के सामने हार चुके विकास उपाध्याय का भी नाम रायपुर दक्षिण से लिया जा रहा है।
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