नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी ने सितम ढा दिया है. दिल्ली-नोएडा से लेकर पूरा एनसीआर ही भीषण गर्मी और लू की चपेट में है. हीट वेव यानी भयंकर लू की वजह से अब हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ गया है. हीट स्ट्रोक की वजह से अब अस्पतालों में भीड़ बढ़ने लगी है. हीट स्ट्रोक और बुखार के पेशेंट लगातार अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. इस बीच सोमवार को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एक मरीज ऐसा आया, जिसे देखते ही डॉक्टरों के होश उड़ गए. आरएमएल अस्पताल के हीट स्ट्रोक यूनिट में जो मरीज आया था, वह 107 डिग्री बुखार से तप रहा था. इसकी वजह से वह बार-बार बेहोश हो जा रहा था.आरएमएल में के हीट स्ट्रोक यूनिट में दो मरीज सोमवार को भर्ती हुए थे. एक मरीज को काफी तेज बुखार था और वह बार-बार बेहोश हो जा रहा था. उसका शरीर आग की तरह गर्म था. जब डॉक्टरों ने बुखार चेक किया तो उनके होश उड़ गए. वह 107 डिग्री सेल्सियस के बुखार से तप रहा था. हालांकि, डॉक्टरों ने समय रहते उसका इलाजा किया और इस तरह से उसकी जान बच सकी. पेशे से वह सुरक्षागार्ड का काम करता है और वह धूप में अधिक रहता है. उसे आधे घंटे तक आइस टब में रखा गया. अब वह खतरे से बाहर है. वहीं एक और मरीज हीट स्ट्रोक की वजह से भर्ती हुआ था और वह अब भी वेंटिलेटर पर है.अस्पतालों में बेड रिजर्व
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में हीट स्ट्रोक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यही वजह है कि दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए बेड सुरक्षित रखने को कहा है. सरकार के आदेश के मुताबिक, दिल्ली के 26 अस्पतालों में दो बेड हीट स्ट्रोक के पेशेंट के लिए रिजर्व रहेंगे. वहीं, लोक नायक अस्पताल में पांच बेड रिजर्व रहेंगे, जबकि आरएमएल में पहले से ही हीट स्ट्रोक यूनिट चल रहा है. बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में हीट वेव का जबरदस्त असर देखा जा रहा है.कब तक रहेगा हीट वेव?
आईएमडी की मानें तो 27 मई से लेकर 31 मई तक हीट वेव का असर देखने को मिलेगा. ठीक उसी के मुताबिक 27 मई को गर्मी ने पारे का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 46 डिग्री को भी पार कर दिया. आज भी आईएमडी के मुताबिक पारा 46 डिग्री के पार जा सकता है. रात में भी न्यूनतम तापमान 30 से 31 डिग्री के आसपास बना रहता है जो किसी सामान्य दिन की तरह गर्म होता है. नोएडा में गर्मी बढ़ने और लू चलने से लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं। सुबह नौ बजे ही तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया. आईएमडी के मुताबिक, मंगलवार को तेज गर्मी पड़ेगी। अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. आईएमडी ने कहा कि 31 मई तक हीट वेव रहेगा. इसके बाद दो से तीन डिग्री तक तापमान में कमी आएगी. ऐसे में लोग संभल कर रहें.लगातार बढ़ रहे मरीज
तेज गर्मी से बचने के लिए अपने को हाइड्रेट रखें. हीट वेव के चलते अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों की बात करें तो यह संख्या जिले में लगभग 2000 के आसपास पहुंच गई है. मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में भी एक अलग से वार्ड बनाकर उसमें 30 बेड को रिजर्व किया गया है.हीट वेव से पीड़ित जो मरीज वहां पहुंच रहे हैं उनका इलाज एक्सपर्ट कर रहे हैं.हीट स्ट्रोक से बचने को क्या करें?
डॉक्टरों के मुताबिक हीट वेव से लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसमें थकावट (हीट एग्जॉशन) और हीट स्ट्रोक भी लंबे समय तक अधिक तापमान में रहने की वजह से हो सकता है. थकावट के चलते बहुत ज्यादा पसीना आना और कमजोरी महसूस होना आम बात है. हीट स्ट्रोक के कारण कंफ्यूजन, मूर्छा आना और ऑर्गन डैमेज तक की शिकायत होती है. इसलिए जब भी हीट वेव बढ़े, अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखें. इसके लिए जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें. ठंडे स्थान पर ज्यादा समय बिताएं और लंबे समय तक अधिक गर्मी में न रहें. इनका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.

0 2,500 3 minutes read