भारत में हर धर्म के लोग रहते हैं. इस वजह से हमारी संस्कृति भी आपस में घुल-मिल जाती है. जहां हिंदू भी शौक से शादियों में अब चिकन बिरयानी बनवाने लगे हैं वहीं कई मुस्लिम निकाह में भी हल्दी की रस्म देखने को मिलने लगी है. लेकिन शायद रस्मों की ये मिलावट कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है. सोशल मीडिया पर मुरादाबाद के सूरजनगर स्थित मदनी मस्जिद की एक कमिटी का फरमान वायरल हो रहा हैवायरल हो रहा ये नोटिस 19 मई का है. नोटिस के जरिये लोगों को जरुरी सूचना दी गई है, जिसमें ऐसी चीजों का जिक्र किया गया है, जो अब से निकाह के दौरान वर्जित होंगी. इस फैसले को इस्लाहे मुआशरा कमिटी के द्वारा सुनाया गया है. मीटिंग में उलमाए इकराम और आइम्मए मसाजिद और सूरजनगर के मुअज्ज्ज हजरात की मौजूदगी में चार बातें तय की गई है, जिसे अब निकाह में मानना जरुरी है.बैन हुई ये चीजें
नोटिस में चार बातों का जिक्र किया गया है, जिसे कमेटी ने फैसले में सुनाया है. नोटिस के मुताबिक़, अब निकाह में हल्दी की रस्म नहीं होगी. बता दें कि पिछले कुछ समय से ऐसी कई मुस्लिम शादियां देखने को मिल रही थी, जिसमें हल्दी की रस्म भी की जा रही थी. लेकिन अब इनपर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है. इसके अलावा अब शादी में पटाखे नहीं जलाए जाएंगेऔरतों के लिए ये फरमान
नोटिस में महिलाओं के लिए भी एक ख़ास नियम बनाया गया है. कुछ निकाह में बारात का स्वागत महिलाओं द्वारा भी किया जा रहा था. लेकिन अब इसपर भी रोक लगा दी गई है. इसके अलावा निकाह के दौरान डीजे और नाच गाना नहीं होगा. पर्ची में एक ख़ास बात भी लिखी गई है. अगर कोई इन चार नियमों का उल्लंघन करता है तो उसकी शादी और दावत में कोई नहीं जाएगा. ना ही उसका निकाह पढ़ा जाएगा
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