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बढ़ रही गर्मी, घर के LPG सिलेंडर, बिजली के तारों से फटाफट दूर करें ये कमियां, नहीं तो होगा बड़ा हादसा

झारखंड): गर्मी के दिनों में तापमान बढ़ने से छोटी सी चिंगारी भी आग का बड़ा रूप धारण कर लेती है. यही वजह है कि भीषण गर्मी पड़ने पर आए दिन होटल, दुकान या मकानों में आगजनी घटनाएं सुनाई देती हैं. ऐसी तमाम घटनाओं में जान-माल का नुकसान भी होता है. ऐसे में लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. यदि आग लगने के कारणों पर गौर करें तो ज्यादातर मामलों में LPG रिसाव या शॉर्ट सर्किट आगजनी की वजह बनती हैअग्निशमन विभाग के विमान चंद्र मांजी ने बताया कि लोगों की छोटी लापरवाही से आगजनी की बड़ी घटनाएं होती हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में पुआल, लकड़ी के घर तो वहीं शहरी क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान, कपड़े की दुकान, होटल-रेस्टोरेंट, मकान आदि में आग लगने की घटनाएं ज्यादा सामने आती हैं. बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार बच्चों द्वारा खेल-खेल में आग की चिंगारी को पुआल के पास छोड़ दिया जाता है, जिससे पुआल सूखे होने पर उसमें तुरंत आग लग जाती है.उच्च क्षमता वाले केबल को पाइप के भीतर से करें प्रयोग
एक्सपर्ट ने बताया कि मकान और दुकानों में कई बार लोग कम क्षमता वाले विद्युत तार का उपयोग करते हैं. गर्मियों में जब तार पर लोड बढ़ता है तो शॉर्ट सर्किट की घटनाएं होती हैं और आग लगने से बड़ा नुकसान होता है. ऐसे में लोगों को हमेशा उच्च क्वालिटी वाले केबल को पीवीसी पाइप के भीतर से पार कर उपयोग करना चाहिए. कहा कि यदि विद्युत उपकरणों के लोड में बढ़ोतरी होती है तो लोगों को अधिक लोड वाला तार उपयोग में लाना चाहिए. इससे शार्ट सर्किट की समस्या से बचा जा सकता हैएलपीजी उपयोग करते समय बरतें सावधानी
उन्होंने बताया कि कई बार एलपीजी के रिसाव से आग लगने की घटनाएं भी सामने आती हैं, जिसमें मुख्य रूप से एलपीजी सिलेंडर और चूल्हे को जोड़ने वाली निम्न गुणवत्ता वाली पाइप का उपयोग, क्षतिग्रस्त पाइप का उपयोग और लंबे समय तक एक ही पाइप के उपयोग करने से इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं. वहीं. रेगुलेटर के समीप गैस लीकेज होने पर भी आग लगने की घटनाएं होती हैं. बताया कि गैस चूल्हे को हमेशा सिलेंडर से ऊंचे स्थान पर रखना चाहिए. लोग मॉडर्न किचन बनाने की चाहत में सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखते हैं. कई बार लोग गैस सिलेंडर को किचन के संकरा स्थान पर रखते हैं, जिससे गैस रिसाव की जानकारी लोगों को देर से मिलती है और गैस सिलेंडर रखने वाली जगह संकरा होने से आग पर काबू पाने में भी कठिनाई होती

एलपीजी के रिसाव पर इलेक्ट्रिक स्विच को छूने से बचें
विमान चंद्र मांजी ने बताया कि एलपीजी गैस लीकेज की महक आने पर सबसे पहले कमरे की सभी खिड़की-दरवाजे खोल देना चाहिए. साथ ही इस बात का खास ख्याल रखा जाए कि गैस रिसाव के दौरान घर के किसी भी विद्युत उपकरण को न तो बंद किया जाए न चालू किया जाए. जो जिस स्थिति में है उसे उसी स्थिति में रहने दिया जाए. उन्होंने बताया कि विद्युत उपकरण के स्विच चालू या बंद करने से माइक्रो स्पार्क होती है, जिससे गैस में तुरंत आग पकड़ लेगी और आपको संभलने का भी मौका नहीं मिलेगा. इस तरह के आपात स्थिति से बचने के लिए लोगों को अपने घर में फायर एक्सटिंग्विशर का छोटा सिलेंडर भी रखना चाहिए.

आग लगने पर तुरंत करें ये काम
मांजी ने बताया कि कोडरमा जिला अग्निशमन विभाग में फिलहाल छोटी-बड़ी तीन गाड़ियां उपलब्ध हैं, जिससे जिले में कहीं भी आग लगने की घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उसे कंट्रोल किया जा सकता है. बताया कि अग्निशमन विभाग के कर्मी 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहते हैं. जिले में कहीं से भी आग लगने की सूचना मिलने के बाद 2 मिनट के अंदर अग्निशमन विभाग की टीम फायर स्टेशन से घटनास्थल के लिए निकल जाती है. कोडरमा जिले में कहीं पर आग लगने की घटना सामने आने पर अग्निशमन विभाग की हेल्पलाइन नंबर 93049 53425 पर तत्काल सूचना दी जा सकती है.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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